गाजियाबाद। जनपद में इन दिनों ब्लैकमेलिंग का धंधा जोरो पर है। अपने इस धंधे को जमाने के लिए कुछ लोग पत्रकारिता का चोला पहनकर लोगों को डरा-धमकाकर अपनी दुकान चला रहे है। गली-गली में फैले इस ब्लैकमेल की दुकानों का फूल बनकर खिलना चाहते है और भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाना चाहता है। सबसे बड़ी जरूरत तो इस बात की है कि वास्तविक पत्रकारिता की नदी को स्वच्छ रखने के लिए जबरन पैदा होने वाली जलकुंभी को हटाया जाये। पत्रकारिता की फसल की उन्नति के लिए खरपतवार से बचने की फिक्र की जाये। मगर इनके मकडज़ाल को खत्म करने के लिए प्रशासन को ही कोई ठोस कदम उठाने होंगे।
ऐसा ही एक मामला कौशांबी थाना क्षेत्र का सामने आया है। जहां एक व्यक्ति खुद को बड़े अखबार का पत्रकार बताकर शराब विक्रेता की पहले वीडियो बनाता है और फिर विक्रेता को ही वीडियो भेजकर उससे रुपए की डिमांड करता है। रुपए न देने पर जेल भिजवाने तक की धमकी देता है। ऐसे लोग ब्लैकमेंलिग करने के लिए पत्रकारिता का चोला पहनकर बाजारों में उतर गए है। अभी हाल ही में दो नोएडा और एक गाजियाबाद में ऐसा मामला देखने को मिला था। जहां दो जगह तो स्थानीय लोगों ने ही ब्लैकमेलरों को पीटना शुरू कर दिया। जब उन लोगों के कार्ड की जांच की गई तो पता चला कि वह फर्जी आई कार्ड बनाकर पत्रकार के रूप में अवैध रूप से लोगों से वसूली का धंधा कर रहे थे। तीन दिन पूर्व भी विजय नगर थाना क्षेत्र में एक फर्जी पत्रकार को पकड़कर भीड़ ने पीटा था।
शराब विक्रेता से अवैध वसूली की शिकायत कौशांबी थाने में की गई है। जिसकी तलाश में पुलिस भी दबिश दे रही है। विक्रेता का कहना है कि दो दिन पूर्व उसकी दुकान पर एक व्यक्ति आता है और उसकी शराब बेचते हुए वीडियो बनाता है। उसके कुछ देर बाद उसके मोबाइल पर फोन कर रुपए की मांग करता है। रुपए नहीं देने पर जेल भिजवाने और वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दे रहा था। पीलीभीत निवासी विशाल कुमार पुत्र नरेश, वैशाली सेक्टर-4 रामप्रस्थ ग्रीन के गेट नंबर-2 के सामने देसी शराब की दुकान पर विक्रेता का काम करते है। शनिवार रात को कौशांबी थाने में शिकायती पत्र देते हुए विशाल कुमार ने बताया 15 सिंतबर को एक व्यक्ति उनकी दुकान पर आता है और उनका वीडियो बनाकर ले जाता है। जिसके कुछ देर बाद वह व्यक्ति फोन कर वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहा था। उसके कुछ देर बाद दूसरे नंबर से व्हाट्सएप पर वीडियो भेजता है और आबकारी विभाग में शिकायत न करने के बदले 15 हजार रुपए की मांग करता है। रुपए नहीं देने पर जेल भिजवाने तक की धमकी देता है। पीड़ित का कहना है कि जब उसने उसका नाम और पेपर का नाम पूछा तो खुद को नाम राजन बताता है और बड़े अखबार का पत्रकार बताता है।
साथ ही कहता है कि अगर दुकान अगर चलानी है तो हर माह 10 हजार रुपए देना होगा, नहीं तो जेल भिजवा दूंगा। कार्रवाई से बचना है तो समझौता कर लो। विक्रेता की सूझबूझ से उसकी सभी बातें रिकॉर्ड हो गई। पीड़ित ने इसकी शिकायत कौशांबी थाने और आबकारी विभाग में दी है। आबकारी विभाग ने भी ब्लैकमेलिंग करने वाले लोगों पर शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई तेज कर दी है। अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के साथ-साथ अब विक्रेताओं से ब्लैकमेलिंग करने वालों को सबक सिखाने और उनकी सही जगह पहुंचाने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। जो दुकानों के आसपास मौजूद रहेंगे और जहां इस तरह के ब्लैकमेलिंग के मामले सामने आएंगे, तुरंत उनको पकड़कर पुलिस को सुपुर्द करेगी।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि विक्रेता के साथ हुई ब्लैकमेलिंग के प्रयास का मामला संज्ञान में आया है। विक्रेता ने थाने में शिकायत दे दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही उन्होंने जिले के सभी अनुज्ञापियों और विक्रेताओं को भी चेतावनी दी है कि दुकानों पर नियमानुसार शराब की बिक्री और दुकानों को बंद व खोला जाए। अगर कोई व्यक्ति अनावश्यक परेशान करता है या ब्लैकमेल करता है तो इसकी शिकायत विभाग और संबंधित थाने में करें। विक्रेता द्वारा की गई ब्लैकमेलिंग किसी राजन नाम के व्यक्ति द्वारा की गई है। जो खुद को एक बड़े अखबार का पत्रकार बता रहा है। दुकानों पर अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोई भी व्यक्ति अगर बेवजह किसी विक्रेता को परेशान करता है तो संबंधित के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। पिछले कुछ समय से ऐसी कई शिकायतें मिली है जहां खुद को पत्रकार बताकर अवैध वसूली का प्रयास किया गया। मगर जिले में यह सब नहीं चलेगा। कोई विक्रेता अगर गलत करता है तो इसकी जानकारी विभाग को दें, कार्रवाई करना विभाग का काम है। ब्लैकमेलिंग के उद्देश्य से बनाई गई वीडियो में दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।