सुरेन्द्र भाटी@बुलन्दशहर : जहांगीराबाद नगर क्षेत्र के गांव चचरई स्थित बाबरे बाबा के दरबार की मान्यता बहुत ही प्रसिद्ध है होली त्यौहार पर तीन दिवसीय मेले में दूर क्षेत्रों से भक्त आ कर बाबा के दरबार पर मन्नते मांगते हैं और प्रसाद भंडारे का आयोजन भी करते हैं नगर क्षेत्र के गांव चचरई में होली त्यौहार के अवसर पर बाबरे बाबा के मन्दिर पर स्थित बाबा की समाधि पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु आ कर मत्था टेकते हैं|
मान्यता है कि बाबा की समाधी पर मत्था टेकने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती हैं सैकड़ों बर्षो से चली आ रही परम्परा पर हर वर्ष होली के अवसर पर यहां तीन दिनों तक विशाल मेले का आयोजन किया जाता है प्राचीन समय से स्थापित बाबा की समाधि पर आयोजित मेले की मान्यता है कि बाबा के भक्त जन श्रद्धा से अपनी मन्नत मांगते हैं तो उनकी हर मनोकामना पूरी होती है आस्था का केन्द्र बने इस मेले में पिछले 17 बर्षो से नोएडा से आए उद्योगपति व बाबा के भक्त कुलदीप भारद्वाज, रवि भारद्वाज, के परिवार के सौजन्य से विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता रहा है |
बाबा के भक्त पवित्र कौशिक, ने बताया कि इस मेले में हजारों की संख्या में भक्त बाबा से मनौती मांगने आते हैं बाबा के आशीर्वाद से वह लगभग होली के अवसर पर 18 वर्षों से बाबा के दरबार में आ कर विशाल भंडारे का आयोजन करते आ रहें हैं इस दौरान पवन भारद्वाज, हरि किशन, योगेश प्रधान, अरुण कुमार, नीरज शर्मा, फुलबेस देवी, नीरू भारद्वाज, अलका भारद्वाज, आदि का सहयोग रहा वह नगर क्षेत्र के हलवाई जतन के नेतृत्व में भंडारा प्रसाद तैयार किया गया|
सैकड़ो बर्षो पूर्व बाबा ने यहां ली थी समाधी बाबा के सेवक राजीव दीक्षित, ने बाबा के इतिहास पर जानकारी देते हुए बताया कि आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व बाबा भृमण करते हुए इस गांव में आये थे बाबा ने अपने तप से लोगो के संकटो को दूर किया करते थे कुछ समय बिताने के बाद बाबा ने इसी स्थान पर समाधी ली थी तब से आज तक होली त्यौहार पर तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है इस मेले में बाबा के प्रताप से ऊपरी हवाओं आदि का संकट अपने आप कट जाता है|
मेले में ग्राम प्रधान इकराम, चुन्ना, अजय, बिश्मवर, पुनीत दीक्षित, नगद राम, आदि का विशेष सहयोग रहता है ।