-मालिक की सह पर ग्राहकों को खाने के साथ दे रहे थे शराब पिलाने की सुविधा
लखनऊ। जिले के होटल बार, लाउंज और रेस्टोरेंट्स एवं ढाबा में बिना लाइसेंस और बाहरी राज्यों की शराब परोसने वालों पर आबकारी विभाग ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। भले ही लोकसभा चुनाव के चलते आबकारी विभाग इन दिनों अपनी कार्रवाई में व्यस्त हो, मगर इसका मतलब यह नहीं कि होटल बार, लाउंज और रेस्टोरेंट्स एवं ढाबा संचालक अपनी मनमानी कर सकें। चुनाव में अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की कार्रवाई लगातार जारी रही है। लेकिन इसके अलावा बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वालों पर भी अपना डंडा चलाना शुरु कर दिया है। अवैध शराब की बिक्री, निर्माण व परिवहन पर रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग की टीम लगातार चेकिंग एवं दबिश दे रही है। साथ ही समय-समय पर बिना लाइसेंस शराब परोसने एवं ओवर रेटिंग करने वालों को नियमों का पाठ भी पढ़ाया जा रहा है। मगर अब बिना लाइसेंस और बाहरी राज्यों की शराब पिलाने वालों को आबकारी टीम ने सबक सिखाने के लिए जिले में विशेष अभियान शुरु कर दिया है। जिसमें आबकारी विभाग की टीम एवं उनके मुखबिर जिले में दिन-रात घूम कर इसकी पुष्टि करेंगे, कि कहीं बिना लाइसेंस के शराब तो नहीं परोसी जा रही है और कोई दुकानदार ग्राहकों से ओवर रेटिंग तो नही कर रहा है। नियम के विपरीत काम करनों वालों पर आबकारी विभाग की नजर टेढ़ी हो गई है। साथ ही चेतावनी भी दी जा रही है, अपनी आदतों को सुधार लें, नहीं तो फिर जेल में जाकर ही जिंदगी सुधरेगी।
11 हजार बचाने के चक्कर में कहीं ऐसा न हो जाए जितने का लाइसेंस नहीं उससे ज्यादा दंड और जेल की हवा दोनों खानी पड़ जाए। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए बिना लाइसेस शराब पिलाने दो मैनेजरों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है पकड़े गए मैनेजर मालिक की सह पर आबकारी विभाग के राजस्व को चूना लगाकर अपनी जेब भर रहे थे। जो कि पिछले कई दिनों से यह काम कर रहे थे। जैसे ही आबकारी अधिकारी को इसकी सूचना मिली तत्काल कार्रवाई के लिए टीम गठित कर कार्रवाई कर दी। बिना लाइसेंस के शराब परोसने और ओवर रेटिंग करने वालों को कम से कम 6 माह की जेल और जुर्माना वसूलने के कार्रवाई की जाएगी। अगर आबकारी विभाग की कार्रवाई से बचना है तो शराब पिलाने के लिए पहले आबकारी विभाग से ऑकेजनल बार का लाइसेंस लेें ले, इसके बाद ही शराब पार्टी का आयोजन करें। ऐसा नही है कि लाइसेंस लेने के बाद अब बाहरी राज्यों की शराब पिला सकें, लाइसेंस लेने के बाद भी यूपी शराब का सेवन करने की छूट है। अगर शराब पार्टी में बाहरी राज्यों की शराब परोसी होती हुई पाई गई तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की तत्काल कार्रवाई होगी।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया लोकसभा चुनावों के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में पुलिस आयुक्त एवं जिलाधिकारी के निर्देशन में अवैध मदिरा के निर्माण, बिक्री और तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए जनपद में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीमें अपने-अपने क्षेत्र में दबिश एवं शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश दे रही है। रविवार रात को आबकारी निरीक्षक सेक्टर-2 ऋचा सिंह, आबकारी निरीक्षक सेक्टर-5 विवेक सिंह, आबकारी निरीक्षक सेक्टर-9 विजय की संयुक्त टीम द्वारा अलीगंज सेक्टर-एच में स्थित अवैध मदिरा पान कराने वाले रेस्टोरेंट पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान चिकी चिक रेस्टोरेंट एवं द ग्रिल चिल रेस्टोरेंट में अवैध रुप से शराब पिलाई जा रही थी। जब रेस्टोरेंट मैनेजर से शराब पिलाने का लाइसेंस मांगा गया तो वह लाइसेंस दिखाने में असमर्थ दिखाई दिया। चिकी चिक रेस्टोरेंट के प्रबंधक ऋषि खन्ना पुत्र स्व. नंदकिशोर खन्ना निवासी 745 आजाद महल सदर कैंट लखनऊ ने पूछताछ में बताया कि वह रेस्टोरेंट के मालिक रोविंद्र सिंह पुत्र अरविंद जीत सिंह निवासी सेक्टर-जी अलीगंज लखनऊ के कहने पर बिना लाइसेंस के शराब पिला रहा था। जिसमें उन्हें अधिक कमाई होती थी। जिसमें उन्हें विभाग से लाइसेंस शुल्क 11 हजार रुपये प्रतिदिन बच जाते थे।
रेस्टोरेंट से विदेशी मदिरा की एक भरी बोतल व पांच खाली बोतल, बियर के 10 खाली केन बरामद किया गया। रेस्टोरेंट मालिक को मौके पर बुलाया गया किंतु वह आया नहीं। प्रबंधक ऋषि खन्ना को गिरफ्तार करते हुए आबकारी की धारा 60 वी आईपीसी की धारा 420 में मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेजा गया। वहीं द ग्रिल चिल रेस्टोरेंट मेंं छापेमारी की गई तो यहां भी बिना लाइसेंस के शराब पिलाते ह़ए पकड़ा गया। उक्त रेस्टोरेंट के प्रबंधक सेजल गुप्ता पुत्र प्रदीप गुप्ता निवासी भटपुरा ग्राम सिधौली जनपद शाहजहांपुर ने पूछताछ में बताया कि रेस्टोरेंट के मालिक प्रियंक श्रीवास्तव पुत्र अज्ञात निवासी मुंशी पुलिया लखनऊ के निर्देश पर अधिक धनार्जन के उद्देश्य से रेस्टोरेंट परिसर के अंदर शराब पिलाया जा रहा था। रेस्टोरेंट से विदेशी मदिरा की 6 उपयोग की गई बोतल, बियर के 10 उपयोग की गई केन बरामद किए गए। रेस्टोरेंट मालिक को मौके पर बुलाया गया तो वह मौके पर नहीं। प्रबंधक सेजल गुप्ता को गिरफ्तार करते हुए आबकारी की धारा 60 वी आईपीसी की धारा 420 में मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेजा गया। साथ ही दोनों मालिकों के खिलाफ भी आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया।
लखनऊ में शराब के अवैध अड्डों को जड़ से समाप्त करने और मदिरा का अवैध व्यापार करने वालों के खिलाफ आबकारी विभाग की कार्रवाई पहले के मुकाबले तेज हो गई है। इसके अलावा टीम द्वारा शराब की दुकानों पर लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी ने अवैध शराब का कारोबार एवं ओवर रेटिंग करने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अवैध शराब का कारोबार जिले में बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ना ही ओवर रेटिंग होने दी जाएगी। बिना लाइसेंस शराब परोसने और ओवर रेटिंग के मामले में पकड़े जाने पर अब कम से कम 6 माह से 1 वर्ष की सजा होगी। जिसके लिए खुद आबकारी विभाग की इसकी पैरवी करेगा की जमानत ना होने पाए। होटल बार, लाउंज और रेस्टोरेंट्स एवं ढाबा संचालकों को भी चेतावनी दी गई अगर बिना लाइसेंस के शराब परोसने और बाहरी राज्यों की शराब तस्करी की शिकायत मिलती है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
35 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद, 250 किलोग्राम लहन नष्ट
लोकसभा चुनाव को लेकर जनपद में अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने ग्रामीण क्षेत्र में बनी रही कच्ची शराब के अड्डों पर कार्रवाई करते हुए भट्टी को नष्ट करते हुए कच्ची शराब से भरी कैन व लहन को बरामद किया है। बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया सोमवार को आबकारी निरीक्षक सर्किल-3 लक्ष्मी शंकर बाजपेई की टीम द्वारा थाना नगराम अंतर्गत ग्राम भज्जाखेड़ा, छोटीखेड़ा में संदिग्ध घरों, खेतों, बगीचों एवं तालाबों के किनारे के संदिग्ध स्थानों पर दबिश और छापेमारी की गई। दौरान के दबिश मौके से लगभग 35 लीटर अवैध कच्ची और 250 किलोग्राम लहन को बरामद किया गया। बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में 2 अभियोग पंजीकृत किए गए। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया ग्रामीण क्षेत्र में होने वाले अवैध शराब के निर्माण को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिदिन अभियान चलाकर आबकारी विभाग की टीम द्वारा कार्रवाई की जा रही है। साथ ही बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीमें दिन-रात चेकिंग कर रही है। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी।