पटना: मध्यप्रदेश के वाणसागर डैम से एक लख 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण पटना, रोहतास और अरवल जिला को एलर्ट किया गया है । जल संसाधन सचिव संजीव हंस ने सूचना एवं जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राज्य की विभिन्न नदियों के जलस्तर एवं बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंधों की स्थिति के संबंध में अद्यतन जानकारी साझा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के वाणसागर डैम से एक लख 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहां से पानी को पटना पहुंचने में करीब पांच दिनों का समय लगता है, जिसको ध्यान में रखते हुए रोहतास, अरवल और पटना जिले को एलर्ट किया गया है।
हंस ने कहा कि पिछले 24 घंटे में गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में पांच स्टेशन पर 30 एमएम से अधिक वर्षापात हुई है। इसके कारण गंडक नदी में आज दिन के 2 बजे 1,86,200 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ। पिछले 24 घंटे में कमला, कोसी और महानंदा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में हल्की वर्षा हुई है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी का जलस्तर गाँधी घाट (पटना) में खतरे के निशान से 12 सेंटी मीटर ऊपर है। गंगा नदी के जलस्तर में गाँधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में बढ़ने की प्रवृत्ति है। जल संसाधन सचिव ने कहा कि जल संसाधन मंत्री के साथ उन्होंने खुद भी पटना प्रक्षेत्र के गाँधी घाट का दौरा किया।