सुरेंद्र सिंह भाटी@बुलंदशहर इस समय मौसम की मार से किसान परिवार कराह रहे हैं क्युकी बीते पिछले महीने भर से बारिश रुक-रुक कर आ रही है बीते दिन जनपद में कई जगह ओलावृष्टि भी हुई थी जिसने किसानों की गेहूं जो और सब्जी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया हैं।
अब अगर किसानों की जुबानी माना जाए तो तकरीबन उनकी फसल में 50 फ़ीसदी से लेकर तकरीबन 70 फ़ीसदी तक फसलों में नुकसान होने का अनुमान है।इस तरह किसानों के प्रति बेरहम हो रहे मौसम की मार सिर्फ नहीं रहे हैं और उनकी फसल में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अभी तक कोई अधिकारी उनके गांव में नहीं पहुंचा है।
जिससे कि सरकार द्वारा उन्हें खराब हुई फसल का मुआवजा मिल सके। क्योंकि किसान पर इकलौता बस यही है इनकम का साधन है जिससे वह अपने परिवार का पालन पोषण करता है अब चाहे किसान के बच्चे की पढ़ाई हो खाने से लेकर परिवार की हर जरूरत की पूर्ति वह इस फसल के माध्यम से करता है बीते दिनों से हो रही बिन मौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसान संभल नहीं पाए थे कि फिर से रुक रुक कर बारिश हो रही है जिसने किसानों की चिंता बढ़ा रखी है क्योंकि इस समय जो बची कुची फसल है वह कटाई के लिए खेत में पड़ी है उसमे भी दाना नहीं है लेकिन बार-बार हो रही बारिश ने किसान की नींद उड़ा रखी है।
जबकि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का सख्त आदेश है कि गांव गांव जाएं और किसान की फसलों मैं हुए नुकसान का आकलन कर मुआवजा दिया जाए लेकिन जनपद बुलंदशहर के गांव इस्माईला में पहुंचे तो जमीनी हकीकत कुछ और ही मिली किसानों का आरोप है कि बीते दिनों हुई बेमौसम ओलावृष्टि और बारिश से जो हमारी फसल चाहे वह गेहूं है या जों है या सब्जी है सभी में काफी नुकसान हुआ है लेकिन नुकसान की हकीकत जानने अभी तक तहसील स्तर तक से कोई अधिकारी लेखपाल फसल का आकलन करने गांव में नहीं पहुंचा है।
किसान इस समय त्राहि-त्राहि मचा रहा है क्योंकि इसी फसल से किसान का परिवार चलता है और पशुओं को चारा निकलता है लेकिन बिन मौसम बारिश ने सब तबाह बर्बाद कर दिया है खेतों में अभी भी पानी भरा खड़ा है जिससे गेहूं की फसल गल सड़ रही है और उपज रही है।
न्यूज आर जनपद बुलंदशहर