नई दिल्ली: द्वारका जिले में एक्वागार्ड के नकली सामान बनाने और बेचने का मामला सामने आया है। यूरेका फोर्ब्स लिमिडेट ने इन नकली सामानों को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रेड कर ऐसे कई प्रोडक्ट बरामद किए हैं। एक शख्स के खिलाफ उत्तम नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यूरेका फोर्ब्स लिमिटेड की तरफ से शिकायत दी गई थी कि हमारा रजिस्टर्ड ऑफिस कोलकाता में है और रीजनल ऑफिस कालकाजी में है। कंपनी वैक्यूम क्लीनर और वॉटर प्यूरिफायर में डील करती है। दिल्ली में कंपनी ने एक सर्वे करवाया था, जिसमें पता चला कि अज्ञात लोग द्वारका जिले में हमारे प्रोडक्ट का अवैध उत्पादन, अंसेंबल, इंपोर्ट आदि का काम कर रहे हैं।
यह लोग हूबहू कंपनी के प्रॉडक्ट की तरह दिखने वाले सामान तैयार कर रहे हैं। खास तौर पर एक्वाफिल्टर और एक्वागार्ड फिल्टर तैयार किए जा रहे हैं। इस तरह से आरोपी लोगों को धोखा देने के साथ लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। साथ ही इन प्रोडक्ट की खराबी की वजह से उपभोक्ताओं के बीच कंपनी की छवि भी खराब हो रही है। यूरेका फोर्ब्स के असिस्टेंट मैनेजर (सर्विस) बिपेंद्र सिंह बिष्ट ने यह शिकायत दर्ज करवाई थी।
उत्तम नगर मामले में शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने 27 अक्टूबर को एक रेड की। शाम 4 बजे नवादा गांव में हुई इस रेड में बड़ी मात्रा में पुलिस को नकली कार्टेज बरामद हुए। पुलिस ने यहां आरोपी मनोज सेठी के कब्जे से 97 प्लास्टिक की सफेद जालियां और 95 गत्ता पेटी बरामद की। इन गत्ता पेटी में 50-50 वॉटर फिल्टर कार्टेज रखे हुए थे।
इस पर एक्वाफिल्टर भी लिखा हुआ था। इसके अलावा भी पुलिस को यहां काफी मात्रा में कार्टेज बनाने के सामान मिले हैं। पुलिस ने सभी सामानों को जब्त कर लिया है। मनोज सेठी इन सामान को लेकर न तो कोई कागजात दिखा सका और न ही कोई जवाब दे सका। जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ उत्तम नगर थाने में मामला दर्ज कर लिया