लंदन. भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के फैन दुनिया भर में हैं. इस दिग्गज खिलाड़ी से हर कोई भावनात्मक रूप से जुड़ा हैं. जब उनके बल्ले से शतक निकलता है, देश में जश्न का माहौल बन जाता है. शतक से चूकने पर उनके साथ हर एक फैन भी उदास हो जाता है. मगर लोगों को एक ऐसा मामला शायद ही कभी सुनने को मिला होगा, जब सचिन को आउट करने वाले गेंदबाज और आउट देने वाले अंपायर को जान से मारने की धमकी मिली.
इंग्लैंड की टीम से बाहर चल रहे तेज गेंदबाज टिम ब्रेसनेन (Tim Bresnan) ने दावा किया है कि 2011 में टेस्ट के दौरान महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने से रोकने के बाद उन्हें और ऑस्ट्रेलियाई अंपायर रोड टकर को जान से मारने की धमकी मिली थी.
ब्रेसनेन ने कहा कि 2011 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तेंदुलकर ने अपना 99वां शतक पूरा किया था और ओवल में चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में वह जब 91 रन बनाकर खेल रहे थे, तब उनकी गेंद पर टकर ने इस बल्लेबाज को पगबाधा करार दिया था
ब्रेसनेन ने ‘यॉर्कशर क्रिकेट: कवर्स ऑफ’ पॉडकास्ट के दौरान कहा कि वह गेंद संभवत: लेग साइड से बाहर जा रही थी और ऑस्ट्रेलिया के अंपायर टकर ने उसे आउट दे दिया. वह शतक के काफी करीब थे. वह निश्चित रूप से शतक बना लेते. हम सीरीज जीते और दुनिया की नंबर एक टीम बने. उन्होंने कहा, ”हम दोनों को जान से मारने की धमकी मिली, मुझे और अंपायर को. इसके बाद कई बार हमें जान से मारने की धमकी मिलती रही. मुझे ट्विटर पर धमकी मिली और उन्हें लोगों ने उनके घर के पते पर पत्र लिखे. जान से मारने की धमकी के साथ लिखा था कि तुमने उन्हें आउट कैसे दे दिया? गेंद लेग साइड से बाहर जा रही थी.ब्रेसनेन के अनुसार इन धमकियों को देखते हुए टकर को अपनी सुरक्षा बढ़ानी पड़ी. उन्होंने कहा कि कुछ महीनों बाद वह मुझसे मिले और कहने लगे कि दोस्त, मुझे सुरक्षा गार्ड रखना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया में उनके घर के आसपास पुलिस की सुरक्षा थी. इसके बाद 2012 एशिया कप के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ शतकीय पारी खेलकर सचिन तेंदुलकर ने अपने शतकों का सैकड़ा पूरा किया था.