धनबाद : झारखंड में प्रतिभा की कमी नहीं है लेकिन झारखंडियों का सिर तब गर्व से और ऊंचा हो जाता है जब यहां की बेटियां अपनी प्रतिभा का लोहा देश-विदेश में मनवाती है। लेकिन सरकार की उदासीनता प्रतिभावान खिलाड़ियों के हौसलों को तोड़ने का काम करती दिख रही है। धनबाद कि बेटियां जो फुटबॉल खेल में देश विदेश में झारखंड का नाम ऊंचा करती आई हैं उन्हें आज खेल छोड़ खेती की ओर रुख करना पड़ा है। धनबाद जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तोपचांची प्रखंड। जहां लक्ष्मीपुर गांव की दो होनहार महिला फुटबॉल खिलाड़ी सरकारी उदासीनता की शिकार हैं। दोनों महिला फुटबॉलर सगी बहनें हैं जिन्होंने ना सिर्फ देशभर में झारखंड का नाम रौशन किया बल्कि विदेशों में भी अपनी खेल प्रतिभा के जरिए देश का नाम ऊंचा किया है।
Related Posts

सरकार ने फिर बढ़ाई DL, RC, परमिट की वैधता, 30 जून तक रहेंगे मान्य
IN8@नई दिल्ली….सरकार ने शुक्रवार को ड्राइविंग लाइसेंस , पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) और परमिट जैसे मोटर वाहन दस्तावेजों की वैधता को…

जी20 की अध्यक्षता के तहत स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए डब्ल्यूएचओ की डॉ.पूनम खेत्रपाल ने जताया देश का आभार
नई दिल्ली,। दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को आयोजित होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन पर विश्व स्वास्थ्य संगठन…

अब कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मस्जिद पर कोर्ट में सुनवाई होगी
ज्ञानवापी के बाद अब कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मस्जिद पर कोर्ट में सुनवाई होगी. मथुरा कोर्ट ने सुनवाई के लिए इससे…