धनबाद : झारखंड में प्रतिभा की कमी नहीं है लेकिन झारखंडियों का सिर तब गर्व से और ऊंचा हो जाता है जब यहां की बेटियां अपनी प्रतिभा का लोहा देश-विदेश में मनवाती है। लेकिन सरकार की उदासीनता प्रतिभावान खिलाड़ियों के हौसलों को तोड़ने का काम करती दिख रही है। धनबाद कि बेटियां जो फुटबॉल खेल में देश विदेश में झारखंड का नाम ऊंचा करती आई हैं उन्हें आज खेल छोड़ खेती की ओर रुख करना पड़ा है। धनबाद जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तोपचांची प्रखंड। जहां लक्ष्मीपुर गांव की दो होनहार महिला फुटबॉल खिलाड़ी सरकारी उदासीनता की शिकार हैं। दोनों महिला फुटबॉलर सगी बहनें हैं जिन्होंने ना सिर्फ देशभर में झारखंड का नाम रौशन किया बल्कि विदेशों में भी अपनी खेल प्रतिभा के जरिए देश का नाम ऊंचा किया है।
Related Posts
यूपी बोर्ड रिजल्ट 27 जून को
IN8@ माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2020 का परिणाम 27 जून को आएगा। परीक्षा में में…
5 ट्रेन 5 बसों से 8600 श्रमिकों को बिहार और प्रदेश के जिलों में भेजा
प्रमोद शर्मा@ गाजियाबाद। कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन में अपने घर जाने को आजिज प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने…
माता वैष्णो देवी भवन भगदड़ मामले में उच्च स्तरीय कमेटी गठित , 12 लोगों की मौत
एजेंसी जम्मू, : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने माता वैष्णो देवी भवन में भगदड़ मचने के कारण हुई मौतों की जांच के…
