-भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा पूरे विश्व के लिए गौरव का क्षण: तनूजा
गाजियाबाद। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। वहीं स्कूल के द्वार पर लगा बच्चों द्वारा द्वारा बनाया गया राम मंदिर का मॉडल आकर्षण का केंद्र बन रहा है। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है, जहां इससे पहले अलग-अलग धार्मिक अनुष्ठानों का सिलसिला जारी है। वहीं इन धार्मिक अनुष्ठानों में बच्चे भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर शनिवार को विजय नगर स्थित गौतम पब्लिक स्कूल सीनियर सेकेंडरी स्कूल पी ब्लॉक प्रताप में भव्य आयोजन किया गया। भगवान श्री राम के अयोध्या में आने की धूम दिखाई दी।
विद्यालय की प्रधानाचार्या पूनम गौतम, डायरेक्टर आशीष गौतम, उपप्रधानाचार्या तनूजा, एकडिमक हेड चेतन शर्मा, अध्यापकगण और विद्यार्थियों ने भगवान श्री राम माता जानकी व भगवान लक्ष्मण को माल्यार्पण कर पूरे विद्यालय में दीपक जलाए। प्रधानाचार्या पूनम गौतम ने विद्यार्थियो को बताते हुए कहा करीब 500 वर्ष की लंबी प्रतीक्षा के बाद आज अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। 22 जनवरी सोमवार को भगवान राम बालस्वरूप में अपने नवनिर्मित मंदिर में विराजित होंगे। भगवान राम की नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस अवसर को खास बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रहीं हैं।
मंदिर के उद्घाटन के साथ ही अयोध्या में बना राम मंदिर भारत समेत दुनियाभर में फैले हिंदुओं के लिए आस्था का बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा। हिंदू धर्म परंपरा में प्राण प्रतिष्ठा एक पवित्र अनुष्ठान है, जो किसी मूर्ति या प्रतिमा में उस देवता या देवी का आह्वान कर उसे पवित्र या दिव्य बनाने के लिए किया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीराम एक अवतारी पुरुष थे। उन्हें विष्णु जी का सातवां अवतार माना जाता है। उपप्रधानाचार्या तनूजा ने कहा 500 सालों के संघर्ष के बाद प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होना न केवल भारत, बल्कि विश्व के लिए गौरव का क्षण है। हर रामभक्त का सपना साकार होने जा रहा है। राम मंदिर में भगवान राम विराजमान होने जा रहे हैं।
इसको लेकर पूरा देश उत्साहित है। हर कोई जानना चाहता है कि आखिर इतने लंबे इंतजार के बाद उनके प्रभु के लिए कितने भव्य तरीका से मंदिर को तैयार किया जा रहा है। आज जो भव्य राम मंदिर है उसके पीछे दशकों तक चली लंबी कानूनी लड़ाई है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का सफर काफी चुनौतियों भरा रहा है। अब देशवासियों को इंतजार है तो 22 जनवरी का है। जब भगवान श्री राम अपनी जन्मभूमि अयोध्या के नवनिर्मित जन्मस्थल में प्रतिष्ठित किये जायेगें। इस अवसर पर पूरा भारत दीपावली की तरह उत्सव मनाने को तैयार है। आखिरकार राम लला का मंदिर बन गया है। यह हिंदुओं का सदियों पुराना संघर्ष है और हमारी पीढ़ी इस दिन को देख पा रही है।