मौसम की पहली बारिश से पानी-पानी हुआ गुरुग्राम

IN8@गुरुग्राम…रविवार देर रात से ही मौसम की पहली बरसात में शहर में जलभराव से प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी है गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा अबकी बार शहर में जलभराव न हो उसके लिए बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन रविवार देर रात और सोमवार सुबह बरसात ने केवल प्रशासन के दावों की पोल पोल खोल कर रख दी शहर के सड़कों पर लोगों के घरों में पानी भरने के कारण अधिक नुकसान भी हो गया माता रोड पर भारत में प्रसिद्ध शीतला माता मंदिर में आए हुए श्रद्धालुओं को घुटने घुटने पानी में निकल कर माता के दर्शन के लिए मजबूर होना पड़ा दिल्ली एनसीआर के अलावा अन्य राज्य आने वाले श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन को कोसते हुए कहा कि वह यह सोच कर आए थे कि उन्हें दर्शन करने में सहूलियत होगी लेकिन मंदिर में जाने से दूर सड़क पर घुटने घुटने आई बारिश ने परेशानी में डाल दिया शहर के दर्जनों कॉलोनी वह दर्जनों सेक्टरों के अतिरिक्त शहर की मुख्य सड़कों पर बरसात से हुए जलभराव के कारण तालाब का रूप ले लिया।

शहर के बुद्धिजीवी के अतिरिक्त अनेक पार्षदों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि गुड़गांव में जो भी अधिकारी आते हैं बरसात के दौरान जलभराव ना होने के बड़े-बड़े दावे करते हैं ड्रेनेज सिस्टम सीवर आदि सफाई ना करने के कारण थोड़ी सी बरसात तालाब का रूप ले लेती है मजे की बात यह है कि प्रदेश में सबसे अधिक रेवेन्यू देने वाले नगर निगम तथा जीएमडी बनाने के बावजूद भी प्रत्येक वर्ष बरसात के दिनों में जलभराव की समस्या से छुटकारा नहीं मिला जलभराव के साथ शहर की कई सड़कों पर स्कूटर मोटर साइकिल गाड़ियां बंद होने से लोगों को धक्के लगाते हुए देखा गया शहर के लोगों ने कहा कि बरसात से पूर्व प्रशासन को शहर की सड़कों को गड्ढों को भरना चाहिए था तथा सीवर नाले व ड्रेनेज की आदि की सफाई करवानी चाहिए।

आज शहर के कई स्थानों पर वर्षा इस प्रकार रही गुड़गांव में 15 एमएम में गाजीपुर में 14 पॉइंट 2 कादीपुर में हरसरू तहसील में 14 पॉइंट 2 एमएम वजीराबाद में 15 एमएम बादशाहपुर में 15 एमएम सोना में 13 एमएम मानेसर में 22 एमएम रूपनगर में 156 एमएम फरूख नगर में 156 एमएम पटौदी में 190 एमएम वर्षा रही बॉक्स पुलिस प्रवक्ता सुभाष ने बताया कि सोमवार को शहर की मुख्य सड़कों पर जलभराव को देखते हुए गुड़गांव पुलिस वे ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने अपने मुख्य भूमिका निभाते हुए ना केवल बंद पड़े सीवर के ढक्कन उठाकर पानी निकलते हुए देखे गए बल्कि सड़क पर रेंग रहे ट्रैफिक सुधारने में भी भूमिका निभाई शहर को सुचारू रूप से चलाने के लिए वाहन चालकों की मदद भी की