IN8@नई दिल्ली,(भरत निषाद): उत्तर प्रदेश सरकार के कथित राम राज्य में जिस प्रकार जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख के चुनावाें में जंगलराज देखने को मिला उससे कोई भी इंकार नहीं कर सकता है। पुलिस के सामने किसी महिला की साड़ी खींची जाती है और पुलिस मूकदर्शक बनकर खड़ी रहती है ऐसे राम राज्य की कल्पना तो किसी भी राज्य की जनता नहीं कर सकती है। चुनाव जीतने के लिए सत्ता के अहंकार में चूर भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस हद तक गिर जाएगी किसी ने सोचा भी नहीं था। लोक तंत्र में सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है भाजपा सरकार ने विपक्षी पार्टियों के इस अधिकार को ही छीन लिया। निर्विरोध चुनाव जीतने के लिए भाजपा सकार ने अन्य पार्टी या निर्दलीय प्रत्याशियों को नामांकन ही करने नहीं दिया।
हद तो तब हो गई जब बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओं का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में भाजपा के लोगों ने एक महिला का चीर हरण तक कर दिया। भाजपा कोेे किस बात का डर है जो वो इस प्रकार की तानाशाही पर उतर आई है। अगर काम किया है तो काम के बल पर वोट मांगों। भाजपा की साढ़े चार साल में जो छवि बनी थी उसको जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनावाें ने बुरी तरह से धूमिल कर दिया है। जनता को भाजपा का यह रूप देख कर आश्चर्य हो रहा है। कुछ महीनों बाद उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव है। चीर हरण का असर देखने को मिल सकता है।