- वन विभाग की टीम ने की थी दुकान पर छापेमारी
- कई सालों से चल रहा था गोरखधंधा
दीपक वर्मा@शामली। वन विभाग की टीम द्वारा शहर के बडा बाजार में वन्य जीवों के अंगांे की तस्करी करने के आरोपी के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है। कई टीमें आरोपित से पूछताछ में जुटी हुई हैं।
गौरतलब है कि बुधवार की शाम वन विभाग की टीम ने बडा बाजार स्थित डा. निशांत गुप्ता के देशी दवाखाने पर छापेमारी करते हुए वन्य जीवों के अंगों की तस्करी का भंडाफोड़ किया था। वन विभाग की छापेमारी में भारी मात्रा में दुर्लभ प्रजाति के जीवों के अवशेष भी बरामद हुए हैं, जिनका इस्तेमाल कथित तौर पर यौन रोगों के उपचार के लिए किया जा रहा था। दवाखाने का संचालन मोहल्ला मुरारीवाला कुआं निवासी डा. निशांत गुप्ता करता है। पुलिस के अनुसार वन्य जीव संरक्षण के लिए कार्य करने वाली संस्था वाइल्ड आई इण्डिया के एक प्रतिनिधि द्वारा क्षेत्रीय वनाधिकारी कैराना रेंज को एक विशेष सूचना दी गई थी। सूचना पर वन विभाग की टीम ने शामली कोतवाली पुलिस को साथ लेकर देशी दवाखाने के नाम से चल रही दुकान पर छापेमारी की। छापेमारी में दुकान से दुलर्भ प्रजाति के वन्य जीवों के शारीरिक अंगों के अवशेष बरामद किए, जिनका इस्तेमाल कथित तौर पर यौन रोगों के उपचार के लिए किया जा रहा था। बताया जाता है कि देशी दवाखाने के नाम से चल रही निजी दुकान पर छापेमारी के दौरान मौके से वन्य जीव श्रेणी 1 में आने वाले तिब्बती मृग के सींग (06 नग), बड़ी छिपकली पटडा गोह के जनानांग (01 नग), बाघ का नाखून (01 नग) और वन्य जीव श्रेणी 2 में आने वाले सिंधी सियार, गीदड के शरीर के अंग (02 नग), साही, सेह के कांटे (10 नग) बरामद हुए हैं। पूछताछ में बताया गया कि दुकान संचालक इनका इस्तेमाल यौन रोगों के उपचार में कर रहा था, लेकिन बकौल पुलिस यह पूरा मामला दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवों के अंगों की तस्करी करने वाले रैकेट से जुड़ा हुआ है। वन विभाग की छापेमारी और साक्ष्य संकलन के बाद पुलिस ने दुकान संचालक के रूप में डा. निशांत गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस पूरे मामले में वन दारोगा आदित्य शर्मा की तहरीर पर गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की आठ अलगकृअलग धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। तस्करी के रैकेट की टोह लेने के लिए विभिन्न टीमें गिरफ्तार अभियुक्त से आवश्यक पूछताछ में जुटी हुई हैं।
इन्होंने कहा…
छापेमारी में दुकान से दुलर्भ प्रजाति के वन्य जीवों के अवशेष बरामद हुए हैं, जिन्हें रखना या किसी भी रूप में इस्तेमाल करना अपराध की श्रेणी में आता है। पुलिस को साथ लेकर छापेमारी की गई थी. आरोपी तस्कर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
-धर्मव्रत शर्मा, वन अधिकारी, शामली