नई दिल्ली (IN8) । दिल्ली वक्फ बोर्ड के कर्मचारी, इमाम और मुअज्जिन पिछले सात महीने से वेतन नहीं मिलने से नाराज हैं। वेतन नहीं मिलने से बोर्ड के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं और बोर्ड कार्यालय में कामकाज पूरी तरह से रोक दिया है। बोर्ड में केवल कुछ जरूरी काम हो रहा है। बाकी नियमित काम पूरी तरह ठप है। हड़ताल की वजह से वक्फ बोर्ड के दफ्तर आने वाले लोग काफी परेशान हैं और काम न होने की वजह से वापस लौट रहे हैं।
दिल्ली वक्फ बोर्ड के कर्मचारियों, इमामों, मुअज्जिनों का वेतन और विधवाओं का वजीफा कई महीनों से रुका हुआ है। इसकी वजह सरकार के जरिए वक्फ बोर्ड के अनुदान को रोका जाना बताया जा रहा है। आरोप है कि दिल्ली सरकार के राजस्व अधिकारियों ने जानबूझ कर बोर्ड का अनुदान रोक दिया है। यही कारण है कि वक्फ बोर्ड कार्यालय में नियमित काम भी नहीं हो पा रहा है। बोर्ड के कर्मचारियों का यह भी कहना है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड का अपना फंड है जिससे संविदा कर्मचारियों को वेतन मिलता है। बोर्ड फंड होने के बावजूद बोर्ड के सीईओ कर्मचारियों का वेतन जारी नहीं कर रहे हैं। इससे नाराज होकर बोर्ड के सभी कर्मचारी पेन-डाउन हड़ताल पर चले गए हैं।
उधर, दिल्ली के इमामों को दिया जाने वाला वजीफा कई महीनों से जारी नहीं किया गया है। इसके चलते इमामों के कई संगठनों ने दिल्ली वक्फ बोर्ड कार्यालय पर धरना दिया है और अल्टीमेटम दिया है कि अगर एक हफ्ते में दिल्ली सरकार हमारी मदद नहीं करती है और अनुदान जारी कर वजीफा हमें नहीं देती है तो हम मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।
बोर्ड की एक महिला कर्मचारी ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि पता नहीं महीनों से हमारा वेतन क्यों रोका गया है और बोर्ड में पैसा होने के बावजूद सीईओ हमारी तनख्वाह नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा घर चलाना मुश्किल हो गया है और हम बच्चों की स्कूल और ट्यूशन फीस नहीं दे पा रहे हैं। एक अन्य बोर्ड क्लर्क असदुल्ला ने भी सवाल किया कि हमारा वेतन क्यों रोका गया है? हमें नहीं पता। बोर्ड के अध्यक्ष अमानतुल्लाह भी वक्फ बोर्ड में नहीं आ रहे हैं और हमारे पास बोर्ड कार्यालय आने के लिए किराए के पैसे भी नहीं हैं। ऐसे कैसे काम चलेगा।
एक अन्य कर्मचारी ने नाम न छापने कि शर्त पर बताया कि अगर एक सप्ताह के भीतर हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम इमामों के साथ मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे और जरूरत पड़ी तो बोर्ड के सदस्यों का आवास भी घेरेंगे। जब इस बारे में वक्फ के जानकारों से बात की गई तो उनका कहना था कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि बोर्ड के सदस्यों की एक साल से बैठक नहीं हुई है। साल भर से बोर्ड की बैठक नहीं होने से बोर्ड पूरी तरह से पंगु हो गया है। बोर्ड के पास सभी आवश्यक निर्णय लेने का अधिकार है जो सदस्यों की मासिक बैठक में लिए जाते हैं लेकिन पता नहीं क्यों बोर्ड के सदस्य मीटिंग नहीं कर रहे हैं।