नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि वैज्ञानिकों के सामाजिक उत्तरदायित्व के लिए एक नई नीति बनाई जा रही है जिसे जल्द ही मंत्रिमंडल के समक्ष लाया जाएगा।
हर्षवर्धन ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि वैज्ञानिकों के सामाजिक उत्तरदायित्व की इस नीति का मूल विचार प्रयोगशाला में वैज्ञानिक गतिविधियों और अनुसंधान से इतर उनके लाभ सीधे जनता तक पहुंचाने का और विज्ञान तथा समाज, छात्रों के बीच के अंतराल को पाटने का है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में तिरुपति में भारतीय विज्ञान कांग्रेस में वैज्ञानिकों से उनके अनुसंधान, शोधपत्रों और वैज्ञानिक गतिविधियों के साथ ही जनता के लाभ के लिए कुछ करने की अपील की थी और तब यह अवधारणा सामने आई थी।
हर्षवर्धन ने कहा कि इसके बाद इस अवधारणा पर विभिन्न हितधारकों के सुझाव बड़ी संख्या में आए और उस आधार पर इस नीति को तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस नीति को जल्द ही मंत्रिमंडल के समक्ष लाया जाएगा।