-नगर पालिका, नगर पंचायत, परिवहन व कबाड व्यापारियों के साथ बैठक
गाजियाबाद। जनपद में अवैैध शराब की बिक्री एवं परिवहन पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है। पूर्व में शराब माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो चुकी है। इसी क्रम में अब शराब माफिया को जड़ से उखाडऩे के लिए आबकारी विभाग ने कबाड़ व्यापारी, नगर पालिका, नगर पंचायत एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ मंथन कर ठोस कदम उठाए है।
कुछ शराब माफिया अपने फायदे के लिए खाली शीशी को कबाड़ की दुकान से खरीद कर उसमें अवैध शराब भरकर बेचने का कारोबार करते है। जिस कारण अवैध शराब के सेवन से दुखद घटनाएं घटित होती रहती हैं। ऐसी घटनाओं पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग ने नई रणनीति तैयार की है। अनुज्ञापी शराब की दुकानों से निकलने वाला कबाड़ (शराब की खाली शीशी) को खरीदने के बाद कबाड़ का कारोबार करने वाले व्यापारी उसे किस तरीके से उपयोग करते हैं। शराब की खाली बोतल तथा ढक्कन को क्रय करने के उपरांत उसे किस प्रक्रिया द्वारा उपयोगी बनाया जाता है, इसके बारे में जानकारी ली।
बुधवार को अपर जिलाधिकारी ऋतु सुहास ने जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह की मौजूदगी में अखिलेश वर्मा आबकारी निरीक्षक सेक्टर-1, रमाशंकर सिंह आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-2, टी.एस. ह्यांकी आबकारी निरीक्षक सेक्टर-2, आबकारी निरीक्षक सेक्टर-4 आशीष पांडेय, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य आबकारी निरीक्षक सेक्टर-5, अरुण कुमार आबकारी निरीक्षक सेक्टर-6, नगर पालिका व नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी, परिवहन विभाग के एआरएम एवं कबाड़ का काम करने वाले व्यापारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक कर कबाड़ का व्यापार करने वाले व्यापारियों को सख्त निर्देश दिए कि शराब दुकानों से उपभोग की गई शराब की खाली शीशीओं को अवैध शराब विक्रेताओं एवं मिलावटखोरों को किसी भी दशा में न बेचे।
कबाड़ व्यवसायियों को सचेत किया की यदि उनके द्वारा खाली बोतलों को दोबारा अवैध शराब विके्रताओं को बेचा जाएगा, तो उनके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि अंग्रेजी शराब, बियर, देशी शराब आदि की खाली शीशी मेंं कभी-कभी अपने फायदें के लिए कुछ तस्करों द्वारा उसमें अवैध शराब भरकर बेचा जाता है, जिससे अनेक समस्याएं सामने आती हैं। जिसके क्रम में जनपद के समस्त कबाड़ का कारोबार करने वाले व्यापारियों को शराब की शीशी को लीगल एवं चिन्हित दुकान पर बेचने के निर्देश दिए। वहीं, नगर पालिका, नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी व आबकारी निरीक्षकों को भी निर्देश दिए कि सभी अपने क्षेत्र में नियमित रूप से कबाड़ की दुकानों का निरीक्षण करते रहें ताकि शराब की खाली शीशीओं का दुरुपयोग न होने पाए।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर उनसें भी कार्रवाई में सहयोग की अपील की गई है, जिससे की बाहरी राज्यों से होने वाली अवैैध शराब की तस्करी पर रोक लगार्ई जा सके। दिल्ली में शराब सस्ती होने के चलते तस्कर अवैध रूप से बसों में शराब की तस्करी करते है। ज्यादातर बसों में चेकिंग नहीं हो पाती है, जिसका उन्हें फायदा मिल जाता है। इसलिए उनसे भी अपील की गई है कि बस में सफर करने वाले यात्रियों के सामान की जांच के लिए बस के कर्मचारियों को निर्देशित करें, जिससे जनपद में अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म किया जा सके।