गाजियाबाद। दिवाली त्योहार के मद्देनजर आबकारी विभाग ने भी कमर कस ली है। जनपद में अवैध शराब के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है। ताकि अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की जा सके। आबकारी विभाग की टीम राजमार्ग, जनपद की सीमा, ढाबा, गांव के साथ-साथ संदिग्ध व्यक्तियों की जांच करने में जुट गई हैं। छापेमारी का काम शुरू भी कर दिया गया है। कई इलाके में अबतक अवैध शराब बरामद भी हो चुकी है। जनपद में अवैध शराब के खिलाफ विशेष प्रवर्तन अभियान शुरु किया गया है। ताकि अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की जा सकें। विभाग द्वारा रोजाना अलग-अलग क्षेत्रों में अभियान चलाकर भट्टी नष्ट करने के साथ ही शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। त्योहार सीजन में शराब की खपत बढ़ जाती है। खपत बढ़ने पर नकली शराब का धंधा जोर पकड़ लेता है। अवैध शराब की बिक्री एवं निर्माण पर रोक लगाने के लिए जिले में आबकारी विभाग विशेष अभियान चला रहा है। जिले में छापेमारी व धरपकड़ की कार्रवाई तेजी से चल रही है। आबकारी विभाग की कार्रवाई से शराब माफिया की भी बेचैनी बढ़ी हुई है।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया आबकारी निरीक्षक हिम्मत सिंह, अखिलेश बिहारी वर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, राकेश त्रिपाठी, मनोज शर्मा, अनुज वर्मा और अभय सिंह की संयुक्त टीम द्वारा बुधवार को थाना- विजयनगर, खोड़ा एंव साहिबाबाद स्थित झुग्गी-झोपडिय़ों, बन्द फैक्ट्रियों, कबाडख़ानों एंव ट्रांसपोर्ट नगर में स्थित मालगोदाम की गहन चेकिंग की गई। कबाडख़ानों में शराब के खाली बोतलों को क्रश करने के निर्देश दिये गए जिससे इनके दुरूपयोग की संभावना न रहे। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित मालगोदाम की सघन तलाशी ली गई। ट्रांसपोर्टरों को सख्त निर्देश दिया गया कि अन्य प्रांतों को भेजे जाने वाले माल के साथ किसी भी प्रकार की मदिरा पाये जाने की स्थिति में आबकारी विभाग को सूचित करे। बिना चेक किए कोई भी सामान न भेंजे, नहीं तो ट्रांसपोटरों के खिलाफ ही कार्रवाई की जाएगी। आबकारी विभाग द्वारा झुग्गी-झोपडिय़ों में निवास करने वाले लोगों को अवैध शराब के विरुद्ध जागरूक किया गया।
सभी को अवैध शराब के निर्माण, बिक्री व तस्करी पर रोक लगाने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9454466019 के साथ पांच अंकों का एक टोल फ्री नंबर 14405 और गाजियाबाद कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर व व्हाट्सएप नंबर 7065011003 उपलब्ध कराते हुए किसी भी प्रकार की अवैध मादक पदार्थों की गतिविधि की सूचना से अवगत करने के लिए निर्देश दिए। दबिश के दौरान किसी भी प्रकार की अवैध मदिरा की बरामदगी नहीं हुई। लोगों को अवैध मदिरा के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया गया। इसी के साथ निर्धारित समय से पूर्व दुकान व उसके आसपास मदिरा की बिक्री ना होने पाए इसको सुनिश्चित करने के लिए दुकान व उसके आसपास निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भी किसी प्रकार की अवैध मदिरा की बरामदगी नहीं हुई। स्थानीय लोगों से अपील की गई कि किसी प्रकार की अवैध मदिरा की सूचना यदि मिलती है तो तत्काल आबकारी विभाग को सूचित करें। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि आबकारी निरीक्षकों को मुख्य मार्गों पर चेकिंग का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शराब तस्करी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों और मार्गों पर पैनी नजर रखी जाएगी ताकि तस्करों पर शिकंजा कसा जा सकें। उन्होंने बताया सभी आबकारी निरीक्षक टीम वर्क के साथ फील्ड में उतर चुके हैं। हाईवे, चेक पोस्ट, दिल्ली बॉर्डर, बस अड्डा और रेलवे स्टेशन भी चेकिंग की जा रही है। ग्राम प्रधान, चौकीदारों व ग्रामीण से भी अवैध शराब की सूचना का आदान-प्रदान करने के लिए मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए गए है।
सस्ती एवं मिलावटी शराब हो सकती है मौत का कारण
जहरीली शराब के सेवन से मौत की घटनाएं प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए दिन सामने आती रहती हैं। ग्रामीण क्षेत्र में शराब माफिया अपने मुनाफे के लिए अवैध रूप से शराब का निर्माण करते है। अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री को रोकने के लिए विभागीय स्तर पर निरंतर कार्रवाई चल रही है। अवैध शराब के सेवन से लोगों को बचाने और उन्हें जागरूक करने के उद्देश्य से जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया सभी आबकारी इंस्पेक्टरों को अपने-अपने क्षेत्र में लोगों से तालमेल बनाने के निर्देश दिए गये है। टीम द्वारा लगातार तस्करों पर कार्रवाई की जा रही है। विभाग को भरोसा है कि जागरूकता अभियान से इस धंधे को रोकने में मदद मिलेगी। शहरों के अलावा देहात क्षेत्रों में भी जागरूकता अभियान चल रहा है। आबकारी अधिकारी ने अपील की है कि अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने बताया अवैध शराब की बिक्री के विरूद्ध कार्रवाई के साथ-साथ जन जागरूकता का कार्यक्रम भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केवल कार्रवाई से लोग जागरूक नहीं हो सकते हैं, अवैध रूप से शराब बनाकर बेचने वाले लोगों को उसके नुकसान के बारे में बताया जा रहा है। अवैध शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। जनता सस्ती व मिलावटी शराब पीने से परहेज करे। इच्छुक व्यक्ति केवल सरकारी दुकान से ही शराब खरीदें। सस्ती शराब के चक्कर में नुकसान उठाना पड़ सकता है। मिलावटी शराब पीकर खुद के स्वास्थ्य व जीवन के साथ खिलवाड़ न करें। सरकारी दुकान पर शराब लेते समय सील बंद, क्यू आर कोड देखकर ही शराब खरीदें। अवैध शराब बिक्री की सूचना क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक को दी जा सकती है। सूचना देने वाले का नाम विभाग गोपनीय रखता है।