शराब तस्करों के नेटवर्क पर आबकारी विभाग ने किया कमजोर, रात्रि अभियान पहुंचा रहा सलाखों के पीछे

अवैध शराब समेत तस्कर गिरफ्तार, नववर्ष से पहले जिले में सुरक्षित और नशामुक्त माहौल बनाने की योजना

गौतमबुद्ध नगर। नववर्ष के आगमन से पहले जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखने तथा शराब तस्करी के अवैध कारोबार को पूरी तरह समाप्त करने के लिए आबकारी विभाग ने सख्त कदम उठाए हैं। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीमों ने रात के अंधेरे में चोरी-छिपे अवैध शराब बेचने वाले तस्करों के खिलाफ विशेष कार्रवाई शुरू की है। अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले को सुरक्षित और साफ-सुथरा बनाना और अवैध शराब की सप्लाई नेटवर्क को तहस-नहस करना है। रात्रि अभियान के दौरान आबकारी विभाग की टीमें दिन-रात अवैध अड्डों पर छापेमारी कर रही हैं। इसके अलावा, पूर्व में अवैध शराब के मामलों में जेल जा चुके तस्करों की गतिविधियों पर भी निगरानी तेज कर दी गई है। इस रणनीति से तस्करों के लिए रात का समय भी अब सुरक्षित नहीं रहा है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में कुछ तस्कर लाइसेंसी शराब की दुकानों से शराब खरीद कर, दुकान बंद होने के बाद महंगे दामों में इसे बेचते हैं।

ऐसे तस्करों के लिए रात का समय सबसे सुरक्षित माना जाता था। लेकिन आबकारी विभाग की सक्रिय रात्रि निगरानी और मुखबिर तंत्र की मदद से अब उनका कोई भी कदम छुपा नहीं रह गया है। रविवार की रात इस अभियान का एक महत्वपूर्ण उदाहरण सामने आया, जब आबकारी निरीक्षक सचिन त्रिपाठी की टीम ने फेज-1 थाना क्षेत्र, सेक्टर-5 मसाला मार्किट के पास अवैध रूप से शराब बेचते हुए राजू पुत्र दीनानाथ को गिरफ्तार किया। उनके पास से यूपी मार्का की 106 पौवा शराब और दोस्ताना देशी शराब बरामद की गई। जानकारी के अनुसार, यह तस्कर मसाला मार्किट के आसपास घूमकर ऑन-डिमांड शराब की बिक्री करता था। आबकारी विभाग ने गिरफ्तार तस्कर के खिलाफ आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर अग्रेत्तर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग का कहना है कि यह अभियान लगातार चलाया जाएगा ताकि जिले में शराब तस्करी पूरी तरह समाप्त की जा सके और आमजन के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सके। आबकारी विभाग की सक्रियता से न केवल अवैध शराब का कारोबार रोका जा रहा है, बल्कि लोगों में विभाग की कार्यप्रणाली और सख्ती के प्रति विश्वास भी बढ़ा है।

इस अभियान में आबकारी निरीक्षक सचिन त्रिपाठी की टीमों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। उनके प्रयासों से न केवल अवैध शराब की बिक्री रोकी जा रही है, बल्कि तस्करों के खिलाफ लंबी और प्रभावी कानूनी कार्रवाई भी सुनिश्चित की जा रही है। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि अभियान के तहत रात्रि में तस्करों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। मुखबिर तंत्र की मदद से तस्करों की पहचान कर उन्हें पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है। विभाग की इस सक्रियता के कारण अवैध शराब के कारोबारियों में भय व्याप्त हो गया है और उनका नेटवर्क लगातार कमजोर पड़ रहा है। सुबोध कुमार श्रीवास्तव की रणनीति की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह केवल गिरफ्तारियों तक सीमित नहीं है। टीम का लक्ष्य तस्करों के अवैध नेटवर्क और सप्लाई चैन को तहस-नहस करना है। इसके लिए रात्रि अभियान के साथ-साथ लाइसेंसी शराब की दुकानों की नियमित जाँच और गुप्त रूप से टेस्ट परचेजिंग भी की जा रही है।

इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि किसी भी प्रकार से अवैध शराब की ओवररेटिंग या चोरी-छिपे बिक्री न हो। इसके अलावा आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय, अखिलेश बिहारी वर्मा, डॉ शिखा ठाकुर, अभिनव शाही, संजय चन्द्र, नामवर सिंह की टीमों ने अपने-अपने क्षेत्र की लाइसेंसी शराब की दुकानों का औचक निरीक्षण किया एवं दुकानों में रखी बोतलों की गहनता से जांच करते हुए साफ-सफाई के सख्त निर्देश दिए। आबकारी अधिकारी का कहना है कि नववर्ष के आगमन से पहले यह अभियान विशेष महत्व रखता है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शराब के अवैध कारोबार को रोककर जिले में शांति और सुरक्षा बनाए रखना प्राथमिक लक्ष्य है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अवैध शराब बिक्री की जानकारी तुरंत विभाग को दें। 

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