लखनऊ में आबकारी विभाग की किलेबंदी, शराब माफिया के खिलाफ तैयार की योजना छोटे-बड़े माफिया को खदेडऩे का काम शुरु

खेत, तालाब, घर व झाडिय़ों के बीच छिपकर हाथभट्टी शराब बना रहे थे तस्कर
-40 लीटर अवैध कच्ची शराब की बरामद कर 400 किलोग्राम लहन किया नष्ट

लखनऊ। होली पर्व और लोकसभा चुनाव में अवैध शराब की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए आबकारी अमले द्वारा शहर के साथ ग्रामीण के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। लोकसभा का चुनाव का बिगुल बजते ही शराब माफियाओं की सक्रियता बढ़ गई है। चुनाव को लेकर शराब माफिया भी पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रहे है। शहर से लेकर गांव तक शराब की तस्करी के मंसूबे बुन रहे हैं। चुनावों में शराब का दौर चलता है। ऐसे में अवैध शराब की तस्करी का भी धंधा जोर पकडऩे लगता है। चुनाव में भरपूर मात्रा में शराब उपलब्ध होती है। वोटरों को लामबंद करने के लिए पार्टियों का भी सिलसिला शुरू हुआ है। इसके चलते शराब माफिया ने दावेदारों व उनके खास लोगों के बीच अपने एजेंटों के माध्यम से सक्रियता बढ़ा दी है। चुनाव लड़ने वाले कई उम्मीदवार लोगों को जमकर शराब पिलाते हैं और चुनाव में विजय हासिल करने के लिए भरसक प्रयास करते हैं। यह हाल सिर्फ लखनऊ जनपद का नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश का है। त्योहारी एवं चुनावी सीजन में अवैध शराब का काला कारोबार पनपने लगता है। चुनाव में खड़े हो रहे उम्मीदवार अपने वोटरों को रिझाने के लिए उनके सामने हर प्रयास करते है, जिससे वोट उनकी झोली में आ सकें। वहीं शराब माफिया भी उम्मीदवारों को शराब की कमी न हो, इसकी तैयारी पहले से ही करना शुरू कर देते है। हालांकि यह सारी चीजें प्रत्याशी सामने तो नही, लेकिन चोरी छिपे जरुर करते है। मगर इस बार चुनाव से पहले होली का पर्व है और प्रत्याशी के समर्थक भी अपना वोट बैंक बनाने के लिए होली में कोई कसर छोडऩा नहीं चाहते है। होली में पिलाई गई शराब का फल शायद उन्हें चुनाव में मिल जाए। मगर इस बार लखनऊ जनपद में शराब माफिया का खेला बिगाडऩे और उन्हें सलाखों के पीछे भेजने के लिए तेज तर्रार जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अपनी रणनीति पहले ही तैयार कर ली है। होली का पर्व हो या फिर चुनाव दोनों को ही सकुशल संपन्न कराने के लिए आबकारी विभाग की स्पेशल टीमों ने लखनऊ में किलेबंदी कर दी है। इस बीच बड़े माफिया के साथ ग्रामीण क्षेत्र में छोटे तस्करों ने भी खेत, तालाब, घर व झाडिय़ों के बीच छिपकर हाथभट्टी शराब बना रहे है।

जिला आबकारी अधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्र में कच्ची शराब का निर्माण होने वाले दर्जनों अवैध अड्डों को चिन्हित कर कार्रवाई तेज कर दी है। जिस पर टीम प्रतिदिन अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया आबकारी निरीक्षक इंस्पेक्टर भूपेन्द्र सिंह, विजय शुक्ला, विवेक सिंह, रजनीश प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, कृति प्रकाश पाण्डेय, अभिषेक सिंह, विजय राठी, सुभाष चन्द्र, अरविंद बघेल, कौशलेन्द्र रावत, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, रिचा सिंह और सुनीता ओझा की टीम द्वारा बुधवार को अपने-अपने क्षेत्र में अभियान चलाकर शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई की गई। आबकारी निरीक्षक लक्ष्मी शंकर बाजपेई, गुंजन सक्सेना आबकारी निरीक्षक प्रवर्तन की संयुक्त टीम द्वारा थाना मोहनलालगंज स्थित इंद्रजीत खेड़ा के संदिग्ध अड्डों पर दबिश और छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान 40 लीटर अवैध कच्ची शराब की बरामद किया गया और 400 किलोग्राम लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। तस्करों ने खेत, तालाब, घर, झाडिय़ों के पास अवैध रुप से शराब की भट्टी का निर्माण किया हुआ था। आबकारी विभाग की कार्रवाई से बचने के लिए खेत, तालाब, घर, झाडिय़ों के बीच मेंं गड्डा खोदकर शराब से भरे ड्रमों को छिपाया हुआ था।

जिला आबकारी अधिकारी ने बताया अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री को रोकने के लिए विभागीय स्तर पर निरंतर कार्रवाई चल रही है। शराब माफिया को मनमानी करने की छूट नहीं दी जाएगी। अवैध शराब की बिक्री के विरूद्ध कार्रवाई के साथ-साथ जन जागरूकता का भी सहारा लिया गया है। इस अभियान में सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद ली जा रही है। सिर्फ कार्रवाई से लोग जागरूक नहीं हो सकते हैं, अवैध रूप से शराब बनाकर बेचने वाले लोगों को उसके नुकसान के बारे में बताया जा रहा है, जिससे लोग जागरूक हो। त्योहार, चुनाव के दौरान शराब माफिया अन्य राज्यों से शराब कारोबार को लेकर सक्रिय हो जाते है। जिसको लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। होली पर्व और लोकसभा चुनाव को सकुशल को संपन्न कराने के लिए आबकारी विभाग की 15 स्पेशल टीमें पूरी तरह से सतर्क है। कच्ची शराब के निर्माण को रोकने के लिए आबकारी विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। आबकारी विभाग की इस मुहिम से लोग जागरूक भी हो रहे है।

शराब तस्करी को रोकने के लिए सड़कों पर मुस्तैद आबकारी विभाग
जनपद में शराब तस्करी को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम एक्शन मोड़ में आ गई है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब समेत अन्य राज्यों से हो रही शराब की तस्करी पर रोक लगाने के लिए हाईवे, ढाबा, रेस्टोरेंट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर चेकिंग की जा रही है। जिससे बाहरी राज्यों में होने वाली शराब तस्करी को रोका जा सकें। साथ ही दूर-दराज बस व ट्रेन में सफर कर रहे लोगों के सामानों की भी जांच की जा रही है। इसके तहत अब जेल से जमानत पर छूटे शराब तस्करों के घर जाकर भी जांच कर रही है कि शराब तस्कर मुख्यधारा से जुड़े हैं या नहीं। अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए आबकारी विभाग कार्रवाई में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया आगामी लोकसभा चुनाव एवं होली पर्व के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश शासन व आबकारी आयुक्त उप्र के आदेश के क्रम में जिला आबकारी अधिकारी, लखनऊ के निर्देशन में अवैध शराब की बिक्री/ परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए जनपद में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार रात को आबकारी निरीक्षक कृष्ण कुमार सिंह, कौशलेंद्र रावत की संयुक्त टीम द्वारा द्वारा कानपुर रोड एव अमौसी मोहान रोड पर चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान भारी वाहनों, छोटे कमर्शियल वाहनों एवं ढाबों की सघन चेकिंग की गई। साथ ही चेतावनी भी दी गई अगर अवैध शराब का परिवहन किया तो संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा ढाबों पर हुई चेकिंग के दौरान संचालकों को भी हिदायत दी गई कि बिना लाइसेंस के ढाबों पर शराब का सेवन न कराए और आसपास क्षेत्र में होने वाली शराब तस्करी की सूचना आबकारी विभाग को दें।