गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक बार फिर आबकारी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शराब माफिया के तिलिस्म को तोड़ते हुए लाखों रुपए की शराब की बड़ी खेप पकड़ी है। शराब माफिया ने दिल्ली के पास गाजियाबाद क्षेत्र में किराए का गोदाम लेकर शराब छुपाया हुआ था। उक्त शराब गाडिय़ों में भरकर दिल्ली, बिहार व आसपास के जनपदों में सप्लाई होनी थी। मगर सप्लाई से पहले ही शराब तस्करी का आबकारी विभाग की टीम भंडाफोड़ कर दिया। लाखों रुपए की शराब समेत एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया है। जिसके तीन साथी टीम के पहुंचने से पहले ही फरार हो गए। जिले में अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। जिसमें बड़े शराब माफिया से लेकर छोटे तस्करों को जेल भेजने की मुहिम छेड़ी हुई है। शराब तस्करों को टारगेट कर उनकी सोच से दस कदम आगे बढ़कर अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रही है। जनपद में शराब माफिया से निपटने के लिए जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह की चाणक्य नीति का इस्तेमाल हो रहा है। चाणक्य नीति के जरिए वह शराब माफिया के सुनियोजित प्लान और रणनीति को नेस्तनाबूद करने में सफल हो रहे हैं। आबकारी अधिकारी ने अब तक जिस प्रकार के नए प्रयोग किए हैं, उससे अवैध शराब का निर्माण, बिक्री एवं परिवहन को रोकने में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इनपुट के आधार पर आबकारी विभाग एवं पुलिस की टीम रात के समय संबंधित क्षेत्रों की ड्रोन कैमरे से रेकी करती हैं। शराब माफिया पर नजर रखें जाने के साथ विभाग की टीम पुलिस के साथ निरंतर छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया बुधवार सुबह मुखबिर से सूचना मिली दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर स्थित इनाम बिहार में एक गोदाम में भारी मात्रा में शराब छिपाकर रखी गई है। उक्त शराब को बाहरी राज्यों और आसपास के जनपदों में सप्लाई होनी है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहारी वर्मा, हिम्मत सिंह, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, राकेश त्रिपाठी, अनुज वर्मा, अभय दीप सिंह, मेरठ प्रवर्तन इंस्पेक्टर रणविजय सिंह, राजकमल सिंह की टीम गठित की गई और बताए गए स्थान अंकुर विहार एसएचओ ललित कुमार कौशिक की टीम के साथ दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर स्थित इनाम बिहार के गोदाम में दबिश दी गई। जहां मौके पर बोलेरो पिकअप, टाटा ऐस (छोटा हाथी) गाड़ी एवं दो इको समेत चार वाहन खड़े दिखाई दिए और वहीं पर एक व्यक्ति शराब की पेटियो में गाड़ी रखता हुआ पाया गया। आबकारी विभाग की टीम को देखकर आसपास के क्षेत्रों में हड़कंप मच गया। गाडिय़ों की तलाशी लेने पर 127 पेटी (6096 पौवे) मोटा संतरा मसालेदार देसी शराब एवं 39 पेटी (1872 पौवे) बॉटमस अप ब्रांड की विदेशी मदिरा चंडीगढ़ मार्का बरामद किया गया। मौके से एक तस्कर संदीप पुत्र गजेंद्र सिंह, निवासी दयालपुर थाना खजूरी दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। जिसके तीन साथी मौके से फरार हो गया। उन्होंने बताया बरामद शराब की कीमत करीब 10 लाख रुपए है। उक्त गोदाम में पंजाब, हरियाणा व चंड़ीगढ़ मार्का समेत अन्य राज्यों की शराब को लाकर बाहरी राज्यों में सप्लाई के लिए गोदाम में स्टॉक किया जा रहा था। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया बरामद चार गाडिय़ों को जब्त कर सीज कर दिया गया है। जब्त गाडिय़ों की कीमत करीब 50 से 60 लाख रुपए है। अंकुर विहार थाने में 4 अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आबकारी अधिनियम की धारा 60, 63, 72 एवं भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 482 के तहत कार्रवाई करते हुए तस्कर संदीप को जेल भेजा गया।
शराब माफिया ने आबकारी विभाग व पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए दिल्ली व गाजियाबाद के बीच में ही गोदाम को शराब छिपाने का अड्डा बनाया हुआ था। बोलेरो पिकअप, टाटा ऐस (छोटा हाथी) गाड़ी एवं दो इको से ही बाहरी दिल्ली, बिहार व पश्चिमी यूपी के आसपास जिलों में शराब सप्लाई करते थे। दिन में सख्ती होने के कारण रात के 2 और 4 के बीच ही शराब से भरी गाडिय़ों को लेकर निकलते थे। बुधवार को भी गाडिय़ों में शराब की पेटी भरी जा रही थी। जिसे दिल्ली व हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर व नोएड़ा समेत अन्य जिलों में सप्लाई करने की योजना थी। मगर शराब माफिया की इस मंशा पर भी आबकारी विभाग की टीम एक बार फिर से पानी फेर दिया।
शराब माफिया ने दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर स्थित इनाम बिहार में अपने अवैध शराब के कारोबार को बढ़ावा देने के लिए गोदाम को किराए पर लिया हुआ था। करीब दो माह पूर्व ही गाड़ी पार्क के नाम पर गोदाम का एग्रीमेंट तैयार किया था। जिसकी भनक गोदाम मालिक को थी कि नहीं यह तो जांच का विषय है। एग्रीमेंट शेखर के नाम पर हुआ था। कयास लगाए जा रहे है कि शेखर ही इस धंधे को को संभाल रहा था। जो कि फरार है। माफिया ने इस गोदाम को करीब 30 हजार रुपए प्रतिमाह पर किराए पर लेकर गाड़ी को यहां खड़ा करता था। बरामद गाडिय़ों से ही बाहरी राज्यों से शराब लाकर यहां छिपाता था और उसके बाद ऑर्डर मिलने के बाद तय स्थान पर शराब को गाड़ी द्वारा छोड़ा जाता था। गिरफ्तार तस्कर गाड़ी चलाने का काम करता है। जो शराब सप्लाई करने के लिए प्रति चक्कर के 3 से 5 हजार रुपए अतिरिक्त लेता था।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद को शराब तस्करों के कब्जे से मुक्त रखने की मुहिम निरंतर चलाई जा रही है। इसमें कामयाबी भी मिल रही है। सभी आबकारी निरीक्षक गंभीरता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। आबकारी निरीक्षकों को समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाते हैं ताकि शराब तस्करों की बदली रणनीति को नाकाम किया जा सके। त्योहार नजदीक आते ही अभियान चलाकर जिले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। साथ ही मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा जनपद के होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल, इवेंट बार, होटल बार, रेस्टोरेंट बार के साथ ही हाईवे, चेक पोस्ट एवं ढाबों पर लगातार चेकिंग करने के निर्देश दिए गये है। उन्होंने कहा कि यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।