शामली आस-पास: पानी के विवाद में दो पक्षों में संघर्ष, छह घायल

संवाददाता@ कैराना। पानी के विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। संघर्ष में दोनों पक्षों के छह लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार हेतु सीएचसी पर भर्ती कराया गया। तीन घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई।
नगर के मोहल्लाा अंसारियान में शुक्रवार देर रात पानी के विवाद को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए, जिसके बाद दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। लाठी-डंडे व धारदार हथियार चले। संघर्ष में एक पक्ष के फराज व भूरा तथा दूसरे पक्ष के नाजिम, आसू, सरवर व मुनव्वर घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया। घायलों में तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। उधर, पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है।

नोडल अधिकारी ने निगरानी समिति संग की बैठक
संवाददाता@ कैराना। नोडल अधिकारी ने गांव झाड़खेड़ी में निगरानी समिति के साथ बैठक कर कोविड-19 की रोकथाम के लिए चर्चा की। वहीं, नगर में उनके द्वारा शराब की दुकान का भी निरीक्षण किया गया। शानिवार को नोडल अधिकारी प्रेम रंजन सिंह कैराना के भ्रमण पर पहुंचे। उन्होंने ग्राम झाड़खेड़ी में निगरानी समिति के साथ में बैठक आयोजित की। उन्होंने कोविड-19 की रोकथाम के लिए चर्चा की। गांव का हालचाल जाना और निगरानी समिति से सुझाव भी मांगें गए। नोडल अधिकारी ने निगरानी समिति को लोगों को फेस मास्क लगाने, सैनिटाइजर का प्रयोग करने तथा अनावश्यक कार्य के लिए घरों से बाहर न निकलने के लिए जागरूक करने को कहा। इसके अलावा नोडल अधिकारी ने नगर में तहसील गेट के निकट शराब की दुकान का निरीक्षण किया।


72 घंटे बाद भी नहीं हुई शवों की शिनाख्त
संवाददाता@ कैराना। ब्लाइंड डबल मर्डर प्रकरण में 72 घंटे बाद भी खाकी के हाथ खाली है। अभी तक शवों की शिनाख्त भी नहीं हो पाई है, जिस कारण पुलिस की जांच भी आगे नहीं बढ़ पा रही है। पुलिस शवों की शिनाख्त और घटना के जल्द राजफाश के प्रयास कर रही है।
20 मई को क्षेत्र के गांव जगनपुर के जंगल से दो लड़कियों के शव बरामद हुए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोट के कारण अधिक खून बहना और सदमे से मौत का कारण सामने आया था। दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई थी। पुलिस द्वारा शव को शिनाख्त के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। एसपी विनती जायसवाल ने शवों की शिनाख्त और घटना के जल्द राजफाश के लिए चार टीमों को लगाया है। घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड की टीम को खेत में पानी भरा होने के कारण कोई सफलता नहीं मिली थी, जिसके बाद मेरठ से फॉरेंसिक विभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए थे। शनिवार को करीब 72 घंटे का समय बीत जाने के बाद भी दोनों शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। इस वजह से पुलिस की जांच ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाई है। उधर, घटनाक्रम को लेकर गठित की सभी टीमों के हाथ भी अभी तक खाली है। पुलिस घटनाक्रम के संबंध में कोई अहम सुराग नहीं तलाश पाई है। सीओ प्रदीप सिंह का कहना है कि शवों की शिनाख्त नहीं हुई है। पुलिस टीमें प्रयास में लगी हुई है। अभी किसी आरोपी को हिरासत में भी नहीं लिया गया है।