लखनऊ। भीड़ भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीना और पिलाना दोनों ही भारी पड़ सकता है। वहीं शराब ठेकों पर शराब पीकर उत्पात मचाने वालों पर भी कार्रवाई होगी। दरअसल पिछले काफी दिनों से आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह को शिकायतें मिल रही थी कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में नशेड़ी भीड़भाड़ वाले इलाके में खुलेआम बैठकर शराब पीते हैं। नशे में टुन्न होने पर राहगीरों के साथ अभद्रता करते हैं। आपस में भी बातचीत के दौरान अश्लील शब्दों व भाषा शैली का इस्तेमाल करते हैं। जिसके चलते आने-जाने वाली महिला एवं युवतियों को भी डर लगता है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में भीड़ भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने और बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वालों को सबक सिखाने के लिए आबकारी विभाग ने अपनी नई मुहिम की शुरुआत कर दी है। यह अभियान कोई एक दिन का नहीं रहेगा। यह अभियान अन्य अभियानों की तरह निरंतर जारी रहेगा। अगर अब भीड़ भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर शराब पी रहे या फिर कोई दुकानदार पिला रहा है तो उसकी जगह अब जेल होगी। जिसके लिए आबकारी अधिकारी पांच टीमों का गठन किया है। प्रत्येक टीम में तीन इंस्पेक्टर और उनके सिपाही रहेंगे, जो अपने-अपने क्षेत्र में अभियान चलाकर निगरानी रखेंगे और सार्वजनिक स्थलों पर शराब का सेवन कर रहे लोगों को जेल भेजने का काम करेंगे। आबकारी विभाग द्वारा की जा रही इस कार्रवाई से खुलेआम बैठकर शराब पीने और पिलाने वालों में हड़कंप मचा हुआ है। लखनऊ के जिन चौराहों पर पहले शराबियों का जमावड़ा रहता था, आज वही चौराहा वीरान नजर आता है।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया शुक्रवार रात 9 बजे से आबकारी विभाग के निरीक्षक इंस्पेक्टर विजय शुक्ला, विवेक सिंह, रिचा सिंह, रजनीश प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, कृति प्रकाश पाण्डेय, अभिषेक सिंह, विजय राठी, शिखर कुमार मल, सुभाष चन्द्र, अरविंद बघेल, कौशलेन्द्र रावत, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी और सुनीता ओझा की संयुक्त टीम द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने और पिलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाया गया। आलमबाग बस अड्डा, राम प्रसाद खेड़ा मौनी बाबा चौराहा, आदर्श नगर के आस पास क्षेत्र, चाइना बाजार, तुलसी सिनेमा के निकट, परिवर्तन चौक के आस पास के क्षेत्र, ग्वारी चौराहा, न्यू सदर तहसील रोड गोमतीनगर विस्तार के आसपास क्षेत्र में पीने-पिलाने वालों व गुमटी आदि से छुपाकर देर रात तक बिक्री करने वालों के विरुद्ध अभियान चलाया गया। गुडम्बा, दशौली के आसपास क्षेत्रों में अभियान चलाया गया।
अभियान के दौरान शराब की दुकानों के आस पास लगे ठेलों और ढाबों और रेलवे स्टेशन व बस अड्डे के आस पास के इलाकों को विशेष रूप से चेक किया गया। अभियान के दौरान आबकारी नियमों का उल्लंघन करने वाले राम सुरेश पुत्र कल्पनाथ और दीपक गुप्ता पुत्र प्रवेश गुप्ता को मौके से सार्वजनिक स्थान पर शराब पिलाते हुए पकड़ा गया। दोनों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई करते हुए हिदायत दी गई कि अगर पुन: सार्वजनिक स्थान पर शराब पीते हुए पाए गए तो इस बार जुर्माने के साथ जेल भेजा जाएगा। सार्वजनिक स्थानों पर पीने और पिलाने वालों और 10 बजे के बाद अवैध रूप से शराब तस्करी करने वालों के खिलाफ अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया अनुज्ञापियों को भी निर्देश दिए गए है कि शराब ठेकों पर बोर्ड में इस बात का उल्लेख किया जाए कि खरीदार शराब सार्वजनिक स्थानों पर न पिएं। ऐसा करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
40 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर 380 किलोग्राम लहन को किया नष्ट
शराब के लिए बदनाम महुआ अपने अंदर तमाम गुणों को समेटे हुए है। महुआ के पेड़ के पत्तों से लेकर बीज तक में औषधीय गुण पाए जाते हैं। महुआ का फूल काफी पौष्टिक होता है। इसका प्रयोग आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। मगर अफसोस जिले के देहात क्षेत्र में इसका दुरुपयोग किया जा रहा है। जिले के देहात क्षेत्र में होने वाले महुआ शराब के धंधे को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीम पूरी शिद्दत से जुटी हुई है। आबकारी विभाग की कार्रवाई के बाद भी दर्जनों गांवों में अवैध शराब का कारोबार अभी जारी है। आबकारी विभाग की कार्रवाई के अगले दिन से फिर से अवैध शराब का धंधा शुरु हो जाता है। जबकि महुआ की अवैध शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह से हानिकारक है। क्योंकि महुआ से निर्मित शराब में नशा बढ़ाने के लिए कई बार लोग नशीली चीजों का उपयोग करते है, जिससे स्वास्थ्य के दुष्परिणाम के साथ-साथ मौत की भी संभावना रहती है। जिसके लिए आबकारी विभाग कार्रवाई के बीच जागरूकता अभियान चलाता है। जिससे लोग अवैध शराब के सेवन से बच सकें।
एक तरफ गरीब तबके के लोग जहां महुआ से शराब का निर्माण करने में जुटे हैं। वहीं दूसरी तरफ गांव के कुछ संपन्न लोग भी कम कीमत पर शराब लाकर इसे उंचे दामों पर बेचने का काम कर रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो इस तरह के धंधे में क्षेत्र के गरीब से लेकर प्रभाव वाले लोग शामिल हैं। जिसका समाज पर प्रतिकूल प्रभाव पडऩे लगा है। इसी क्रम में एक बार फिर से अवैध शराब के धंधे पर आबकारी विभाग की टीम ने अपना डंडा चलाते हुए घर, खेत व आम के बाग में बन रही कच्ची शराब की भट्टी को ध्वस्त करते हुए अवैध शराब बरामद किया है। साथ ही एक महिला तस्कर को भी गिरफ्तार किया है। जो घर में ही छोटी भट्टी तैयार कर महुआ अवैध शराब का निर्माण कर रही थी। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के विरुद्ध आबकारी विभाग की टीमें निरंतर कार्रवाई कर रही है। देहात क्षेत्र में होने वाले अवैध शराब के निर्माण को जड़ से पूरी तरह से खत्म करने के लिए कार्रवाई के साथ-साथ जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
शनिवार को आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-3 लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, आबकारी निरीक्षक सेक्टर-5 विवेक सिंह और आबकारी निरीक्षक प्रवर्तन-2 गुंजन सक्सेना की संयुक्त टीम द्वारा ग्राम भज्जा खेड़ा, छोटी खेड़ा अंतर्गत थाना नगराम व ग्राम जौखंडी, कपेरा अंतर्गत थाना गोसाईगंज में आम के बाग, घर, खेत व नदी किनारे की छापेमारी एवं दबिश दी गई। दबिश के दौरान विभिन्न जगहों से 40 लीटर अवैध कच्ची शराब और लगभग 380 किलोग्राम लहन बरामद किया गया। बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। इसके साथ ही घर में अवैध शराब का निर्माण कर रही महिला तस्कर को गिरफ्तार किया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कुल 3 अभियोग पंजीकृत किए गए। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया अवैध शराब के निर्माण के खिलाफ आबकारी विभाग की निरंतर कार्रवाई की जा रही है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में लगातार जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए है।