सिराज बोले- अंपायर्स ने सिडनी टेस्ट बीच में छोड़ने का ऑप्शन दिया था

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा कि फील्ड अंपायर्स ने सिडनी टेस्ट बीच में छोड़ने का भी ऑप्शन दिया था। हालांकि, भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने ऐसा करने से मना कर दिया। दरअसल सिडनी टेस्ट के तीसरे और चौथे दिन ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने सिराज और जसप्रीत बुमराह के खिलाफ नस्लीय टिप्पणियों कीं थीं।

रहाणे ने मैच बीच में छोड़ने से मना किया
सिराज ने कहा, ‘मामले की जांच की जा रही है। अब देखना है कि मुझे इंसाफ मिलता है या नहीं। मेरा कम बस यही था कि मैं अपने कप्तान को इस बारे में जानकारी दूं। फील्ड अंपायर्स ने टीम को टेस्ट बीच में छोड़ने का विकल्प दिया, लेकिन रहाणे (भाई) ने कहा कि मैच नहीं छोड़ेंगे। हमने कोई गलती नहीं की है तो हम खेलेंगे।’

दर्शकों का खराब बर्ताव अच्छे प्रदर्शन की प्रेरणा बना
सिराज ने कहा कि दर्शकों का खराब बर्ताव उनके लिए अच्छे प्रदर्शन की प्रेरणा बना। उन्होंने कहा, ‘नस्लीय टिप्पणी के बाद मैं मेंटली स्ट्रॉन्ग बना। मैंने कभी नहीं सोचा था कि ब्रिस्बेन टेस्ट में मैं लीडिंग बॉलर बनूंगा। जब सीनियर प्लेयर इंजर्ड हो गए, तो टीम के बाकी खिलाड़ी चाहते थे कि मैं लीड करूं। यह चुनौतीपूर्ण था। मैं अपने प्रदर्शन को इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी निभाना चाहता हूं।’

बुमराह ने सिराज को सपोर्ट किया
​​​​​​​सिराज ने कहा कि बुमराह ने पूरे टूर में उनका अच्छा सपोर्ट किया। उन्होंने मुझसे कहा कि बॉलिंग में वेरिएशन लाने की जगह किसी एक एरिया में बॉलिंग करो। मैंने यही किया और मुझे सफलता मिली।

रहाणे और कोहली दोनों अच्छे कप्तान
यह पूछे जाने पर कि रहाणे और विराट कोहली में से कौन बेहतर कप्तान है, सिराज ने कहा कि दोनों ही कप्तान अच्छे हैं। सिराज ने कहा, ‘रहाणे ने हमेशा यंग लड़कों पर भरोसा जताया। उन्होंने हमें विश्वास दिलाया की तुम कर सकते हो। एक यंगस्टर के लिए यही सबसे बड़ी बात है। मैंने दोनों की कप्तानी को एंजॉय किया है।’

सिडनी टेस्ट में लगातार दो दिन नस्लीय टिप्पणी
​​​​​​​सिराज-बुमराह को सिडनी टेस्ट में लगातार दो दिन टिप्पणियों का शिकार होना पड़ा था। इसके बाद टीम मैनेजमेंट ने मैच रैफरी डेविड बून से शिकायत की थी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने बाद में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और टीम इंडिया से माफी भी मांगी।