स्वच्छ भारत से ही होगा स्वस्थ भारत का निर्माण: विजय भारद्वाज


-स्मृति दिवस के अवसर पर गरीबों को बांटे कंबल

विनोद पांडेय @ गाजियाबाद। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि साफ- सफाई, ईश्वर भक्ति के बराबर है। इसलिए उन्होंने लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा दी थी और देश को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। उनका कहना था कि उन्होंने स्वच्छ भारत का सपना देखा था जिसके लिए वे चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एकसाथ मिलकर देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करें।

उसी दशा में भाजपा स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्मृति दिवस के अवसर पर स्वच्छता का सदेंश देते हुए कौशांबी क्षेत्र में गुरूवार को आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि स्वच्छ भारत अभियान के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं कार्यकारी संयोजक उप्र विजय भारद्वाज एवं गगन एंकलेव आरडब्लूए अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी रघुनंदन भारद्वाज ने कही। विजय भारद्वाज ने बताया सभी लोगों को स्वच्छता के प्रति संकल्प लेना होगा और सभी को यह जिम्मेदारी निभानी होगी कि वे प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत बनाने का सपना साकार करेंगे।

उन्होंने कहा कि सफाई में ही भलाई है और इसके प्रति आम लोगों को जागरूक करने को सभी को आगे आना चाहिए। उन्होंने लोगों से भी आह्वान किया कि वे कचरे को जगह जगह फैलाए नहीं। उसे डस्टबिन में डाले ताकि सफाई कर्मी भी कूड़े कचरा उठाने को यहां परेशान न हो। वहीं कस्बा भी साफ सुथरा बना रहे।

रघुनंदन भारद्वाज ने कहा स्मृति दिवस पर 50 गरीब लोगों को कंबल का विरण किया गया। इस दौरान क्षेत्रवासियों की समस्या सुनी गई। उन्होने क्षेत्र के लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि स्वच्छता को लेकर जनता भी पहले से ज्यादा जागरूक हुई है। जिस जन आंदोलन का स्वरूप लेकर देश ने बहुत कम समय में खुले में शौच से मुक्त होने का मुकाम हासिल किया, वह सदियों से एक अभिशाप के रूप में हमारे देश को शर्मसार करता रहा।

पांच वर्ष पहले तक भले ही यह सबकुछ असंभव सा लगता हो, लेकिन कहते हैं कि जिसने ठान लिया, जीत उसी की है और इसी जीत को हमने हासिल किया। देश के प्रत्येक व्यक्ति ने, सभी तबकों ने देश को पांच वर्ष से कम समय में ही खुले में शौच से मुक्त बनाने में अपना योगदान दिया है। इस दौरान वीपी सिंह को भाजपा स्वच्छ भारत का गाजियाबाद सह संयोजक बनाया गया। इस मौके पर रेनू सिंह, लोकेश चौधरी, रवि मेवाती, आर.बी राय समेत सैकड़ो भाजपा एवं क्षेत्र के लोग उपस्थित रहे।