हरियाणा में डेढ़ सौ रुपये मासिक बढ़ेगी पेंशन

IN8@चंडीगढ़ ….. हरियाणा सरकार जल्द ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बढ़ोतरी करने वाली है। हालांकि यह बढ़ोतरी बहुत ज्यादा तो नहीं होगी, लेकिन विपक्ष का मुंह बंद करने तथा लोगों को लाभ देने की मंशा से पेंशन में करीब डेढ़ सौ रुपये मासिक की बढ़ोतरी संभव है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने इतनी ही राशि की बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार किया है। मंत्री की मंजूरी के बाद यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास पहुंचेगा। उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री इस बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर सकते हैं।
हरियाणा में सामाजिक सुरक्षा खासकर बुढ़ापा पेंशन के रूप में लोगों को 2250 रुपये मासिक मिल रहे हैं। 150 रुपये मासिक की बढ़ृोतरी के साथ यह राशि 2400 रुपये हो जाएगी। भाजपा सरकार ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में 2014 में पेंशन दो हजार रुपये करने का वादा किया था। उस समय पेंशन एक हजार रुपये मासिक थी। सत्ता में आने के बाद भाजपा ने 200-200 रुपये वार्षिक की बढ़ोतरी की, जो पांच साल में दो हजार रुपये हो गई। इस बार 2019 के चुनाव में भाजपा की सहयोगी पार्टी जजपा ने 5000 रुपये पेंशन का वादा जनता से किया था, लेकिन भाजपा ने महंगाई बढ़ने की दर के हिसाब से पेंशन में बढ़ोतरी की बात कही थी।


भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले साल में 250 रुपये की पेंशन बढ़ोतरी की। विपक्ष इसे नाकाफी बताते हुए गठबंधन सरकार पर पेंशन बढ़ोतरी का दबाव बना रहा है, लेकिन कोविड-19 की वजह से जिस तरह सरकार के खर्चे बढ़े और उसके राजस्व में करीब 12 हजार करोड़ की कमी दर्ज की गई, उसे आधार बनाकर पेंशन बढ़ोतरी के प्रस्ताव को कुछ समय के लिए टाल दिया गया था। विपक्ष ने पेंशन बढ़ोतरी का दबाव सरकार पर बनाया, जिसके बाद सरकार हरकत में आई है।
मुख्यमंत्री यदि पेंशन बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी देंगे तो यह एक जनवरी से लागू मानी जा सकती है। पिछले साल भी तीन जनवरी को 250 रुपये पेंशन की बढ़ोतरी हुई थी। रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि कम से कम 500 रुपये मासिक की बढ़ोतरी होनी चाहिए। प्रदेश में 17 लाख 38 हजार बुढ़ापा पेंशन, 7 लाख 50 हजार विधवा पेंशन, एक लाख 74 हजार विकलांगता पेंशन के लाभार्थी हैं, जिन्हें नए साल के मौके पर पेंशन बढ़ने का इंतजार है।