हल्की बूंदाबांदी ने खोली नगर निगम के दावों की पोल

IN8@गुरुग्राम…. पिछले कुछ दिनों से पड़ रही गर्मी से मंगलवार को हुई हल्की बूंदाबांदी के बाद कुछ राहत अवश्य मिल गई, लेकिन बूंदाबांदी के बाद शहर के विभिन्न क्षेत्रों की सडक़ें बारिश से लबालब हो गई। जलजमाव के बाद नगर निगम प्रशासन के उन वायदों की पोल खुल गई, जिसमें कहा जाता था कि जलनिकासी के इंतजाम किए जा रहे हैं। सडक़ों पर हुए जलजमाव से न केवल पैदल राहगीर परेशान हुए, बल्कि दोपहिया वाहन चालकों के वाहन गड्ढों में फंसते हुए देखे गए। इन वाहनों को निकालने के लिए लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब गुरुग्राम व जिला कष्ट निवारण समिति के सदस्य रमेश वशिष्ठ ने बताया कि सैक्टर 15 का क्षेत्र पॉश एरिया में गिना जाता है, लेकिन यहां पर भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। मंगलवार को आई बारिश के बाद क्षेत्र की सड़कों पर जलजमाव हो गया, जिसके कारण लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ा। क्षेत्र में ड्रेनेज, स्ट्रॉम वॉटर सिस्टम व सीवर सभी जाम पड़े हैं, जिसके कारण प्रतिवर्ष जलजमाव की स्थिति उपन्न हो जाती है।

प्रशासन द्वारा कई दिनों से दावे तो किए गए कि जिस क्षेत्र में जलभराव होगा, उस क्षेत्र के अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी, लेकिन पहली ही बारिश में जलभराव हो गया। अब देखना यह है कि प्रशासन इससे क्या सबक लेगा। वहीं दूसरी ओर शहर के मदनपुरी स्थित पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने, शिवाजी नगर, शांति नगर, राज नगर, भीम नगर, सुभाष नगर, विजय पार्क, प्रताप नगर आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहां हल्की बूंदाबादी में भी जलजमाव हो जाता है। शहरवासियों का कहना है कि सर्वाधिक राजस्व देने के बावजूद भी सडक़ों, सीवरों का ऐसा हाल है कि थोड़ी सी बारिश में जलजमाव हो जाता है।

नगर निगम लंबी-चौड़ी कर्मचारियों की फौज के बावजूद भी शहरवासियों को इस समस्या से निजात नहीं दिला पा रहा है। वहीं देखा जाए तो कई क्षेत्रों में बड़े-बड़े गड्ढे खोदे हुए हैं, जिसमें मंगलवार को पानी भर गया। अब ऐसे में यदि कोई व्यक्ति या वाहन इन गड्ढों में गिर जाए तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि नगर निगम को विकास कार्यों के वायदे करने की बजाय धरातल पर काम करना चाहिए। उन्होंने नगर निगम प्रशासन से आग्रह किया है कि मानसून शुरु हो गया है। इससे पहले की कोई हादसा हो, नगर निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए और जलनिकासी का प्रबंध करना चाहिए, ताकि आमजन आराम से जीवन जी सकें।