गाजियाबाद। प्रताप विहार स्थित गौतम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कारगिल युद्ध विजय दिवस श्रद्धा और सादगी से मनाते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। भारत माता की रक्षा करते हुए हिंदुस्तान की सीमाओं को सुरक्षित रखकर अपने प्राणों की आहुति देकर माता के चरणों की आन बान और शान को बनाए रखने वाले भारतीय सैनिक जल थल नभ सेना के अदम्य साहस शौर्य पराक्रम से जांबाज वीरों ने 1999 वर्ष में कारगिल पर विजय हासिल करते हुए तिरंगा फहराया। शनिवार को कारगिल विजय दिवस 25 साल पूरे होने पर डायरेक्टर आशीष गौतम, प्रधानाचार्या पूनम गौतम, उप प्रधानाचार्या तनुजा, एकेडमिक हेड चेतन शर्मा, अध्यापकगण और विद्यार्थियों ने अमर जवानों को श्रद्धांजलि दी। बच्चों को संकल्प दिलाया कि हमारे देश के वीर योद्धा शहीद रणबांकुरों की शहादत को हमेशा याद रखें और उन्हें नमन करें। इस अवसर पर 2 मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
प्रधानाचार्या पूनम गौतम ने कहा 25 साल पूरे होने पर कारगिल विजय दिवस के अवसर पर रजत जयंती समारोह मनाया जा रहा है। लोग अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। कारगिल युद्ध के दौरान देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों की याद में हर साल कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई को मनाया जाता है। इस साल देश इस विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। उन्होंने कहा आज हम उन शहीदों को नमन करते हैं जिनके कारण हम अपनी आजादी का आनंद ले पा रहे हैं। कारगिल युद्ध 1999 में भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई को हमारी सेना विजयी हुई। हम सभी को इन वीर योद्धाओं के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर अपने देश की खातिर अपना जीवन बलिदान करने के लिए तत्पर रहना चाहिए।
उप प्रधानाचार्या तनुजा ने कहा आज कारगिल विजय दिवस है। ये दिन हमारे सैनिकों की वीरता को याद करने का है। आज हम अपने घरों में सुरक्षित और शांति से सो पाते हैं तो केवल और केवल हमारे देश के महान सैनिकों की वजह से। आज बॉर्डर पर हर हर परिस्थिति में देश की रक्षा कर रहे हैं। 25 साल पूरे होने पर रजत जयंती को लेकर पूरे देश में इसकी धूम है। जगह-जगह शौर्य यात्रा निकाली जा रही है।
आज ही के दिन हमारे जांबाज जवानों ने दुश्मनों के छक्के छुड़ाकर देश को जीत दिलाई थी। 27 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध की समाप्ति हुई थी। इस खास दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह जीत आसान नहीं थी, हमारे जवानों ने अपने शौर्य और अदम्य साहस से हारी हुई बाजी पलट दी। जैसे ही टाइगर हिल पर भारतीय जवानों ने पाकिस्तानियों को खदेड़कर तिरंगा झंडा फहराया, इसे देखकर पाकिस्तान के पैरों तले जमीन खिसक गई। टाइगर हिल पर भारतीय जवानों ने फिर से कब्जा पा लिया।