5 बुलडोजर से कराई करोड़ों की जमीन कब्जा मुक्त

-शहर में पहली बार हुआ ऐतिहासिक कार्य, पूर्व पार्षद के 12 वर्षो के आतंक का 3 दिन में खात्मा

प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। महापौर सुनीता दयाल की अगुवाई में सोमवार को भारी पुलिस फोर्स के साथ पूर्व पार्षद द्वारा कब्जाई जमीन को खाली कराया गया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। खाली कराई गई जमीन पर बनी मस्जिद को नहीं छेड़ा गया। मौके पर ही नगर निगम के अधिकारियों ने मलबे को बोली के जरिए कबाड़ में बेच दिया। दो दिन पूर्व महापौर और नगर आयुक्त ने प्रेसवार्ता कर कैला भट्टा में पूर्व पार्षद द्वारा कब्जाई गई जमीन को खाली कराने की बात कहीं थी। दो दिन बाद आखिरकार पूर्व पार्षद द्वारा कब्जाई गई करोड़ों की जमीन को कब्जा मुक्त करा ही लिया गया।

महापौर सुनीता दयाल अधिकारियों, समस्त दस्ते, फोर्स एवं 5 बुलडोजर के साथ कैला भट्टा पहुंची। जिसमे 23340 वर्ग मीटर भूमि खाली कराई, मलवा एवं अन्य सामग्री की महापौर ने मौके पर की नीलामी कराई। जिसमे लगभग 23 लाख तक कि बोली लगी। जिससे निगम को आर्थिक फायदा भी मिला, शहर में इस प्रकार का यह पहला ऐतिहासिक कार्य हुआ है कि किसी जनप्रतिनिधि ने खुद खड़े होकर भूमि कब्जा मुक्त कराई हो और मोके पर ही सामग्री की नीलामी कराई हो। इसके साथ-साथ 12 वर्षो से पूर्व पार्षद के आतंक को मेयर सुनीता दयाल ने 3 दिन में मिट्टी में मिला दिया। पूर्व पार्षद के खिलाफ घंटाघर कोतवाली में एफआईआर भी की जा चुकी है।

महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि मस्जिद हमारी आस्था का केंद्र है आस्था के केंद्र को हम हाथ नही लगाएंगे। लेकिन बाकी जमीन को छोड़ा भी नहीं जाएगा। कैला भट्टा में मरकज मस्जिद के बराबर में खसरा न 213 क्षेत्रफल 23340 वर्ग मीटर भूमि जिसकी अनुमानित मूल्य 50 करोड़ रुपये है। इस भूमि पर पिछले 10-12 वर्षों से पूर्व पार्षद हाजी खलील अहमद ने कब्जा किया हुआ था। क्षेत्र के लोगों मे दहशत फैला रखी थी, क्षेत्र में गुंडई फैला रखी थी, सरकारी भूमि पर पार्किंग चला रखी थी। कबाड़े वालो को किराए पर दे रखी थी, उक्त भूमि पर स्वम के लिए कमरे बनाए हुए थे। जिसको सोमवार को सभी ने मिलकर कब्जा मुक्त कराया है और इतने वर्षों से पूर्व पार्षद ने इस भूमि से जो कमाया है। उसकी रिकवरी की जाएगी, शहर में किसी भी हालत में सरकारी भूमि कब्जा नही होने दी जाएगी। इस मौके पर अपर नगर आयुक्त अरुण यादव, सहायक नगर आयुक्त पल्लवी सिंह, एसडीएम सदर  विनय सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथलेश सिंह, पार्षद राजीव शर्मा, नीरज गोयल, जोनल प्रभारी सुनील राय, नगर निगम के प्रवर्तन दल की पूरी टीम और निगम के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।