- अनैतिक गतिविधियों में संलग्न आरोपियों में मचा हड़कंप
प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। जिले में कच्ची शराब का कारोबार कुटीर उद्योग का रूप अख्तियार कर चुका है। कच्ची के साथ देशी शराब की भट्टी पर मिलावट का खेल खूब हो रहा है। ऐसे में मिलावटी व नकली शराब का सेवन जानलेवा साबित हो सकता है। नकली शराब बनाने के लिए पानी के साथ मिलाए जाने वाले पदार्थ व कच्ची शराब में पडऩे वाला केमिकल लोगों की जिंदगी निगलने को काफी है। नतीजा मिलावटखोरी करने वाले मौत के सौदागर आम जन की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। इस अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग लगातार अभियान चलाकर छापेमारी कर रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को हिंडन खादर क्षेत्र में छापेमारी अभियान चलाया गया।
लगातार कार्रवाई के बाद अनैतिक गतिविधियों में संलग्न आरोपियों में हड़कंप सा मच गया है। मौके पर आबकारी विभाग की टीम ने कच्ची शराब व लहन बरामद किया। जिले में अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीम पूरी शिद्दत से जुटा हुआ है। उसी का परिणाम है कि कच्ची शराब का गढ़ जाने वाले हिंडन क्षेत्र में शराब माफिया इस बार त्योहारी सीजन और निकाय चुनाव में इस बार अपने मंसूबों में सफल नहीं हुए। नहीं तो त्योहारी सीजन व चुनाव में पैसा कमाने के लिए शराब माफिया अवैध कच्ची शराब का कारोबार शुरु कर देते है। लेकिन आबकारी विभाग की सख्ती के चलते इस बार सक्रिय दिखाई नहीं दिए। हिंडन खादर क्षेत्र में शराब माफिया निरंतर अवैध शराब बनाने का प्रयास करते है। चूंकि अवैध शराब के निर्माण में खर्च कम और बिक्री से मोटा मुनाफा होता है। इसलिए इस शराब का निर्माण करने की फिराक में रहते हैं। इसके लिए जरूरी सामान जुटाकर भट्टियां धधका दी जाती हैं, लेकिन सूचना मिलते ही आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर माफिया के इरादों पर पानी फेरने का काम कर रही है।
उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में जिलाधिकारी व पुलिस आयुक्त के निर्देशन में अवैध मदिरा के निर्माण, बिक्री व परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए जिले में प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जिले में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार सुबह आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा की टीम द्वारा थाना टीला मोड़ अंतर्गत जावली, रिस्तल, महमूदपुर हिंडन खादर क्षेत्रों पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान लगभग 55 लीटर अवैध कच्ची शराब और करीब 500 किलोग्राम लहन बरामद किया गया। अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत 2 अभियोग पंजीकृत किये गये। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि शराब माफिया नदी किनारे शराब की भट्टियां लगाकर कच्ची शराब बनाने का कारोबार करते है।
मगर आबकारी विभाग द्वारा माफिया पर जब छापेमारी की जाती है तो उससे पहले ही नदी में कूदकर तस्कर फरार हो जाते है। जनपद में शराब माफिया पर कार्रवाई के लिए विभाग कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। शराब माफिया के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए निरंतर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। इसके बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। विभाग द्वारा समय-समय पर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। यह कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी। वहीं आबकारी विभाग द्वारा चेक पोस्ट, रेस्टोरेंट, बार एवं शराब की दुकानों पर भी चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही अवैध शराब के चिन्हित स्थानों पर छापेमारी के अलावा राष्ट्रीय व राजमार्गों पर खुले ढाबों की निगरानी की जा रही है। इसके अलावा आबकारी दुकानों पर उपलब्ध स्टाक भी चेक किया जा रहा है।