बाबरी मस्जिद विध्वंस केसः सड़कों पर दिखाई दिए सिपाही से लेकर एसपी

  • विशेष अलर्ट के मद्देनजर मिश्रित आबादी वाले इलाकों में चैकस रहा पुलिस अमला
  • डीएम-एसपी भी लेते रहे जिले के हालातों का जायजा, दिनभर चली विशेष चेकिंग

दीपक वर्मा@शामली। अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस पर बुधवार को आने वाले विशेष सीबीआई कोर्ट के फैसले को देखते हुए पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया था। इसके तहत संवेदनशील माने जाने वाले वेस्ट यूपी के शामली जिले में भी पुलिस अमला चैकस नजर आया। होमगार्ड और सिपाही से लेकर एसपी तक सड़कों पर निगरानी करते दिखे, ताकि कहीं पर भी शांतिभंग के हालात पैदा ना हो। मिश्रित आबादी वाले इलाकों पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती भी की गई, लेकिन संभ्रांत लोगों की वजह से कहीं पर भी कोई विवाद सामने नही आया।
दरअसल, सीबीआई की विशेष अदालत ने छह दिसम्बर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के मामले में बुधवार को बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। फैसले में कहा कि बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की घटना पूर्व नियोजित नहीं थी, यह एक आकस्मिक घटना थी। आरोपियों के खिलाफ कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले, बल्कि आरोपियों ने उन्मादी भीड़ को रोकने की कोशिश की थी। हालांकि कोर्ट के इस फैसले से पूर्व ही पूरे प्रदेश में विशेष अलर्ट जारी किया गया था। इसके तहत संवेदनशील जनपदों में अतिरिक्त फोर्स भी भेजा गया था। सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील जिले की श्रेणी में आने वाले शामली जनपद में कोर्ट के फैसले के तहत बुधवार को सुरक्षा के विशेष इंतजामात किए गए थे, जिसके चलते कहीं पर भी कोई विवाद देखने को नही मिला।

सेक्टर और जोनल व्यवस्था से हुई निगरानी ?
शामली जिले में बुधवार को सीबीआई कोर्ट के निर्णय के मद्देनजर पुलिस द्वारा सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट सिस्टम लागू कर दिया था। पुलिस व्यवस्था के तहत जनपद के सभी थानाप्रभारी फोर्स के साथ दिनभर फील्ड में जमें रहे। चैक चैराहों पर पुलिस की चेकिंग भी लगातार चलती रही। इसके अलावा मिश्रित आबादी वाले इलाकों के लिए विशेष व्यवस्था लागू की गई थी। छोटीकृछोटी सूचनाओं पर भी तत्काल कार्रवाई के लिए पुलिस की क्यूआरटी टीमें भी लगाई गई थी। इसके अलावा जिले के एसपी विनीत जायसवाल सुबह से लेकर रात तक खुद फील्ड में रहकर मूवमेंट करते नजर आए।

डीएम ने भी रखी हालातों पर पैनी नजर
डीएम जसजीत कौर ने भी एसपी विनीत जायसवाल के साथ कोर्डिनेट करते हुए दिनभर जिले की गतिविधियों पर नजर रखी। कहीं पर भी किसी संगठन विशेष द्वारा कोई विरोध प्रदर्शन या जश्न ना हो, इसके लिए पूर्व में ही संभ्रांत लोगों को भी आदेशित किया जा चुका था। डीएम ने सुबह के समय विशेष संचारी माध्यमों से जिले की पुलिस फोर्स और प्रशासनिक अमले को भी ब्रीफ किया। अधिकारियों की सर्तकता के चलते कहीं पर भी कोई विवाद सामने नही आया।