नई दिल्ली: बस स्टैंड, बसों और भीड़भाड़ वाली जगहों पर लोगों की जेबों पर हाथ साफ करने वाली ‘पिक पॉकेट कंपनी’ को पकड़ा गया है। उसके पांच सदस्यों को साउथ दिल्ली पुलिस ने पकड़ा है। वे कोड लैंग्वेज में बात करके लोगों की जेब काटते थे। उनके पास से चोरी किए गए 27 मोबाइल फोन और एक ऑटो बरामद किया गया है।
साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर ने बताया कि गिरफ्तार मुलजिमों में 32 साल का अमजद, 25 साल का शमशाद उर्फ राजा, 32 साल का रफीक उर्फ वकील उर्फ सुल्तान, 25 साल का ललित उर्फ लल्लू और 32 साल का रिजवान खान उर्फ कमांडो हैं। वे संगम विहार और जैतपुर इलाके के रहने वाले हैं। उन्हें स्पेशल स्टाफ ने पकड़ा। उनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने 18 मामलों को सुलझाने का दावा किया है।
पुलिस ने बताया कि वे मशीन, ठेकबाज, फूल और तिल्ली जैसे कोड इस्तेमाल करके वारदात करते थे। मशीन का मतलब जेब काटने वाला, ठेकबाज जो शिकार को चारों ओर से घेरकर उसे इधर-उधर धक्का देने का काम करते हैं। फूल का मतलब वारदात करने से पहले मिलने का एक स्थान और तिल्ली उस सामान को कहते हैं, जिसे चोरी किया जाता है।