IN8@गुरुग्राम…. पालम विहार क्राइम ब्रांच की टीम अवैध हथियार रखने व हत्या का प्रयास के मामले में तीन ईनामी बदमाशों समेत कुल पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से एक रिवाल्वर, कारतूस व एक स्कोर्पियो गाड़ी बरामद की है। इससे पहले इस मामले में पुलिस टीम द्वारा 11 आरोपियों को किया जा चुका है। 15 नवंबर की रात को 10.30 बजे बदमाशों ने कुछ लोगों पर बामडौली में एक घर पर कुछ लोगों द्वारा जान से मारने की नियत से झगड़ा करने व फायर करने की सूचना मिली थी। इस झगड़े में पांच लोग घायल हो गए थे।
पुलिस ने झगड़े में घायल सनेश कुमार, शमशेर, सुमित, प्रवीण व मनोज इत्यादि को ईलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया जा चुका था। वहीं जोगिंद्र यादव ने लिखित शिकायत में बताया कि इसका छोटा भाई विजेंद्र और इसके चाचा का लड़का सुमित गांव में परचून की दुकान से घर आ रहे थे तो इनके ही गांव के आकाश उर्फ आशु के घर से थोड़ा पहले आकाश व उसके 10-15 साथी आ गए और उनसे पूछा कि यहां क्यों खड़े हो तो इसके भाइयों ने बताया कि वे गांव के ही रहने वाले हैं तभी उन लोगों ने इसके भाइयों के साथ बुरी तरह से मारपीट शुरू कर दी।
फिर झगड़े का शोर सुनकर यह और परिवार के सभी सदस्य मौके पर पहुंच गए और इसके दोनों भाइयों को छुड़ाकर ले आए। उसके करीब 20 से 25 मिनट बाद आकाश उर्फ आशु व उसका छोटा भाई सनी उसका पिता आजाद व कमलेश पत्नी आजाद तथा 50-60 बदमाशों के साथ आए और सभी लोग बंदूक हथियारों लाठी-डंडों तथा सरियों से लैस होकर हमारे घर ऊपर फायरिंग करते हुए सभी ने सीधा हमला कर दिया था।
वहीं क्राइम ब्रांच पालम विहार की टीम ने गत शुक्रवार को पांच बदमाशों को गांव मोकलवास के नजदीक केएमपी फ्लाईओवर के नीचे से गिरफ्तार कर लिया, जिनकी पहचान अजित उर्फ जितु निवासी धिरनवास, हिसार, मोहित निवासी रबडा, सोनीपत, मोनु निवासी पार्श्वनाथ सोसायटी धारूहेड़ा रेवाड़ी, अंकित उर्फ काली निवासी गांव मुआना, जींद व अमरजीत निवासी खरल जींद के रूप में हुई है। बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि गुड़गाव, अंबाला, जीन्द व दिल्ली में लड़ाई झगड़ा, अपहरण, छीनाझपटी, अवैध हथियार रखने, हत्या का प्रयास आदि की 12 वारदातों को अन्जाम दे चुके हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि इनमें से आरोपी अंकित उर्फ काली की गिरफ्तारी पर हरियाणा पुलिस द्वारा 25 हजार रुपए व आरोपी अजीत उर्फ जीत्तू, मोहित व मोनु उपरोक्त की गिरफ्तारी पर पांच-पांच हजार रुपए का ईनाम घोषित किया हुआ था और कई बार जेल जा चुके हैं।