हिसार में उपमुख्यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला का विरोध, किसानों ने लगाया जाम

IN8@हिसार…. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का हिसार एयरपोर्ट पहुंचने पर किसानों द्वारा भारी विरोध किया गया। उल्लेखनीय है कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को आज हिसार में अनेक कार्यक्रम में भाग लेना था व अधिकारियों की बैठक भी लेनी थी। तीन कृषि कानूनों से खफा किसान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के एयरपोर्ट पहुंचने से पहले ही आसपास के क्षेत्र में एकत्रित होने शुरू हो गए थे। भारी संख्या में किसान एयरपोर्ट चौक पर एकत्रित हो गए और नारेबाजी की। एयरपोर्ट रोड पर तनावपूर्ण स्थिति बनी रही किसानों की संख्या को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया हुआ था ताकि व्यवस्था बनी रहे। वहीं प्रशासन ने भी उप मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में किसी बाधा को रोकने के लिए 12 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए थे । इसके अतिरिक्त भारी पुलिस बल की भी कार्यक्रम स्थल के आसपास तैनाती की गई थी। पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा भी स्थिति पर नजर बनाए हुए थे। उपमुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से एयरपोर्ट पहुंचे किसानों के विरोध के चलते कई घंटे उन्हें एयरपोर्ट पर ही बिताने पड़े। उसके उपरांत सडक़ मार्ग की बजाय हेलीकॉप्टर से हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गिरी सेंटर पहुंचे। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को आज हजारों की संख्या में एकत्रित किसानों ने एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया।

वे आज नगर में विभिन्न कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आए थे लेकिन किसानों ने भाजपा जजपा नेताओं के राजनीतिक व सामाजिक बहिष्कार के चलते आज सुबह ही एयरपोर्ट के आसपास की सडक़ों को घेर लिया। वे लगभग 4 घंटे तक एयरपोर्ट परिसर में ही अधिकारियों से वार्ता करते रहे। उसके उपरांत डिप्टी सीएम हेलीकॉप्टर के जरिए हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के गिरी सेंटर में उतरे व लघु सचिवालय पहुंचे। एयरपोर्ट, लघु सचिवालय तथा अर्बन स्टेट स्थित डिप्टी सीएम के आवास सुबह से ही पुलिस छावनी में तब्दील कर दिए गए थे। एयरपोर्ट को जाने वाले मार्ग व बाहर बाईपास पर एकत्रित हजारों किसानों व पुलिस के बीच कई घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही, लेकिन किसान इस बात पर अडिग रहे कि उपमुख्यमंत्री को किसी भी सूरत में एयरपोर्ट से बाहर नहीं आने देंगे व कोई कार्यक्रम नहीं करने देंगे।

किसान नेता दिलबाग सिंह हुड्डा लूदास आदि के नेतृत्व में जमा किसानों में भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी। किसान नेताओं ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा जजपा सरकार के नेताओं का सामाजिक बहिष्कार घोषित किया हुआ है और इसी के चलते इस गठबंधन के नेताओं का तब तक कोई कार्यक्रम नहीं होने देंगे जब तक तीनों कृषि कमीनों को रद्द नहीं कर दिया जाता। एमएसपी को कानूनी दर्जा नहीं दिया जाता। दिलबाग सिंह हुड्डा ने कहा कि अब यह लड़ाई केवल कृषि कानूनों को लेकर नहीं बल्कि बेरोजगारी के विरोध लोकतंत्र व संविधान को बचाने के लिए भी है। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला हमारी ही वोटों से जीते हैं। हमारे प्रतिनिधि हैं और उन्हें किसानों के साथ खड़ा होना चाहिए लेकिन किसानों की बजाय उन्हें कुर्सी प्यारी हो गई है।