सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बुलन्दशहर विभाग की पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के आह्वान पर बुलन्दशहर में 11000 सेअधिक परिवार, मन्दिर, गौशाला एवं विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना जैसी महामारी के द्वारा संक्रमित वातावरण को शुद्ध करने हेतु ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के उपलक्ष्य में ‘वायु शुद्धि महायज्ञ’ अभियान के अंतर्गत धार्मिक विधि विधान से हवन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
जिनमें परिवार के सभी सदस्यों ने साथ बैठकर यज्ञ किया और पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए यज्ञ में आम, पीपल आदि की समिधाएं तथा सुगन्धित सामग्री प्रयोग किया गया वर्तमान में कोरोना महामारी फैली हुई है, इस महामारी में पर्यावरण प्रदूषित होना भी एक कारण है और पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए हवन एवं वृक्षारोपण ही एकमात्र उपाय है, जिसके माध्यम से हम पर्यावरण को शुद्ध कर सकते हैं। अग्नि में समर्पित की गई विभिन्न औषधियों के द्वारा पर्यावरण शुद्ध होता है।
लगभग 11000 परिवारों में 500000 लोगों ने हवन में आहुति देकर प्रकृति के प्रति अपना दायित्व निभाया तथा हजारों स्थानों पर वायु को शुद्ध करने हेतु नीम, बरगद, पीपल, तुलसी आदि के पौधों का रोपण किया साथ ही साथ स्वयंसेवकों के द्वारा जल की मितव्ययता को रोकने एवं जल के संरक्षण हेतु संकल्प लिया गया।
इस आयोजन में विभिन्न सामाजिक संस्थान जैसे आर्य समाज, गायत्री परिवार तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न विचार परिवार के संघठनो ने भी इस कार्यक्रम में बढ़ सहयोग किया।
यह वायु शुद्धि महायज्ञ अभियान 11 जून तक चलने वाला है।
इस प्रकार के कार्यक्रम आगामी सप्ताह में भी हिंदू समाज के द्वारा आयोजित विभिन्न स्थानों पर होंगे। यह समस्त जानकारी पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के विभाग संयोजक श्रीमान डॉ विजेन्द्र कुमार जी ने दी।