सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर : अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने बुलंदशहर के दो दिवसीय दौरे में कई गावों और कस्बों में जन संवाद कार्यक्रम कर लोगों को कांग्रेस की नीतियों के बारे में बताया जौली, मामन कलां, हाजीपुर भटोला, कामरा, तिलबेगमपूर, में आयोजित इन कार्यक्रमों में उन्होंने कहा कि भाजपा अपने सांसदों से राज्य सभा में संविधान से समाजवाद और धर्म निरपेक्ष शब्द हटाने के लिए प्राइवेट मेम्बर बिल का प्रस्ताव दिलवा रही है।
इसी के तहत पिछले साल जून में राकेश सिन्हा ने और इस महीने 3 दिसंबर को के जे अल्फोंस के ज़रिये संविधान संशोधन का प्रस्ताव लाया गया वहीं जम्मू कश्मीर के चीफ जस्टिस पंकज मित्तल ने भी 8 दिसंबर को बोल दिया कि संविधान में धर्म निरपेक्ष शब्द नहीं रहना चाहिए। लेकिन आज तक उनके खिलाफ़ कोई कार्यवाई नहीं हुई और ना ही कांग्रेस के अलावा कोई पार्टी इसकी मांग कर रही है।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गाँधी सरकार ने 1976 में संविधान में समाजवाद और पंथ निरपेक्ष शब्द जोड़ कर गरीबों और अल्पसंख्यक वर्गों को जो अधिकार दिये थे भाजपा उन्हें वापस छीनना चाहती है शाहनवाज आलम, ने कहा कि इस मुद्दे पर सपा और बसपा की खामोशी साबित करती है कि वो भी संविधान बदलने की भाजपा की इस साजिश में शामिल है ये दोनों पार्टियां सीएए-एनआरसी की तरह ही संसद में वोटिंग के समय या तो भाग जाएंगी या समर्थन कर देंगी।
इस मौके पर उप्र.काग्रेस अल्पसंख्यक विभाग सैय्यद मुनीर अकबर, वसी अहमद रिजवी, सुजात अहमद, रहमत अली, हबीब प्रधान, राकेश भाटी, जियाउल रहमान, विमलेश बाल्मीकि कदीर खां, सन्नाउला खां, डांक्टर राजेंद्र जाटव, जोगेन्दर सिंह, आदि मौजूद रहे ।