माघ पूर्णिमा पर गंगा में लगाई हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी


सुरेंद्र सिंह भाटी@बुलंदशहर जनपद में माघ पूर्णिमा बुधवार के दिन हजारों श्रद्धालुओं ने नरसेना थाना क्षेत्र के भगवानपुर , बसी बागर,फरीदा बागर माडू बाबा सिद्ध बाबा आहार और माता अवंतिका देवी गंगा घाट पर कई दर्जन गांवों के श्रृद्धांलुओ ने श्रद्धा की डुबकी लगाई ।


गंगा किनारे स्थित मांडव ऋषि आश्रम गंगा घाट के समीप भारतीय संस्कृति के प्रति अपनी अटूट आस्था व्यक्त की और श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने देश में अमन चैन की दुआ मांगी। विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालुओं का माघ पूर्णिमा पर एक दिन पहले ही गंगा घाटों पर पहुंचना शुरु हो गया और अगले दिन से ही गंगा स्नान शुरू हो गया।

इस दिन संत रविदास जयंती भी मनाई जाती है। अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले संत रविदास महान योगी एवं परम ज्ञानी ने समाज के प्रति अहम भूमिका निभाई थी। इस पूर्णिमा को माघ पुर्णिमा के नाम से जाना जाता है। लोग पूर्णिमा पर अत्यधिक स्नान करते हैं।

इस दिन देवलोक से देवतागण पृथ्वी पर आते हैं।माघी पूर्णिमा पर सयंम से रहना सुबह को स्नान करना व्रत ,दान करना,आदि का उल्लेख ग्रन्थों में भी लिखा है। । इस दिन महापुरुष संत रविदास जयंती मनाई जाती है। संत रविदास बड़े ही महान महापुरुष हुए हैं। जिन्होंने अपने ज्ञान से लोगों को अंधकार से बचाया है। यह दिन माघ मास का अंतिम दिन होता है।इसके बाद फाल्गुन मास शुरू हो जाता है।

मांडव ऋषि आश्रम बहुत ही प्रसिद्ध व सुविख्यात आश्रम है। यहाँ हर पूर्णिमा, अमावस्या को हज़ारो की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए आते हैं। सोमवार को भी हज़ारों की तादात में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया और देश में अमन चैन की दुआ मांगी।इस मांडव ऋषि आश्रम पर बड़े बड़े ऋषि मुनि रहे हैं। यहाँ हर साल कार्तिक मेला, दसहरा मेला, आदि मेला लगते हैं।

और यहाँ विदेशी लोग भी घूमने के लिए आते रहते हैं।यह क्षेत्र एक तपो भूमि के क्षेत्र के लिए जाना जाता है। यहां एक से बढ़कर एक ऋषि मुनि हुए हैं। यहाँ पर गंगा घाट बना हुआ है। और श्रद्धालु गंगा में आये दिन गंगा स्नान करते रहते हैं।

बुद्धबार को माघ मास की पूर्णिमा के दिन हज़ारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने मांडव ऋषि आश्रम तट के किनारे पर गंगा नदी में डुबकी लगाई और देश में सुख शांति की दुआ मांगी। मांडव ऋषि आश्रम गंगा तट के किनारे पर गंगा की पावन धारा बहती है। यह क्षेत्र हरा भरा है यहाँ यह क्षेत्र एक सुंदर भूमि क्षेत्र के लिए जाना जाता है।