नई दिल्ली। नगर निगम में जॉब दिलाने का झांसा देकर 12 लाख रुपए ठग लिए गए। रकम का तकादा करने पर फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया गया। धोखाधड़ी में तथाकथित बाबू की संलिप्तता सामने आई है।
तथाकथित बाबू का कारनामा
गैंग में पुरूष सहयोगी के अलावा 2 महिला भी शामिल हैं। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने 4 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। गाजियाबाद नगर निगम में यह मामला प्रकाश में आया है। पुलिस के मुताबिक वीरेंद्र सिंह की शिकायत पर जांच शुरू की गई है। वह नई दिल्ली के मायापुरी मायाकुंज, गवर्नमेंट प्रेस कॉलोनी के पास रहते हैं।
नौकरी के नाम पर सक्रिय गिरोह
पुलिस ने बताया कि वीरेंद्र की मुलाकात बबलू पांचाल निवासी अमन एंक्लेव गिरधरपुर छपरौला रोड से हुई थी। बबलू ने खुद को नगर निगम में क्लर्क बताकर वीरेंद्र के बेटे की नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया। बातचीत होने पर पीड़ित ने 12 लाख रुपए दे दिए। काफी समय गुजरने के बावजूद बेटे की नौकरी न लगने पर वह पूछताछ करने लगे।
4 आरोपियों पर एफआईआर दर्ज
पुलिस ने इस प्रकरण में बबलू पांचाल, उसकी पत्नी माया देवी, अनिल कुमार पटेल के अलावा मोंटी नामक महिला पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है। आरोप है कि बबलू द्वारा ठगी का गिरोह चलाया जा रहा है। यह गैंग नगर निगम में बाबू की जॉब दिलाने के सपने दिखाकर जरूरतमंदों की जेब ढीली कर रहा है।