सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर जहाँगीराबाद क्षेत्र स्थित एक विद्यालय में पढ़ने वाले दो छात्र हीरो बनने की चाह में विद्यालय से ही गायब हो गए। दोनों छात्र अपनी साईकल बेचकर मुम्बई जा रहे थे। लेकिन दिल्ली के आनंदविहार रेलवे स्टेशन पर सुरक्षाकर्मियों ने संदिग्ध रूप से घूम रहे दोनों बच्चों को पकड़कर उनसे पूछताछ की तो छात्रों ने अपने अपहरण की कहानी सुरक्षाकर्मियों को बताई। सुरक्षाकर्मियों द्वारा बच्चों के परिजनों से सम्पर्क कर उन्हें सूचना दी तब बच्चों के परिजन दिल्ली जाकर उन्हें वापस घर लाये।
बता दें कि क्षेत्र के एक गांव निवासी दो छात्र शनिवार को घर से विद्यालय गए थे। विद्यालय से वापस जाते समय दोनों छात्र देर रात तक घर नहीं पहुंचे जिसके बाद दोनों छात्रों के परिजनों ने अपहरण की आशंका जताई थी। पूरे नगर में भी बच्चों का अपहरण करने वाले गैंग सक्रिय होने की सूचना फैल गई थी जिससे सभी अभिभावक चिंतित थे। लेकिन सोमवार की देर शाम इस अपहरण गैंग वाली कहानी पर उस समय विराम लग गया जब दिल्ली पुलिस का फ़ोन गायब छात्रों के परिजनों के पास आया। फ़ोन आते ही परिजन बच्चों को लेने के लिए दिल्ली रवाना हो गए।
बच्चों से पूछताछ करने पर पहले तो दोनों बच्चे अपहरण की कहानी ही बताते रहे लेकिन परिजनों द्वारा सख्ती से पूछताछ के बाद बच्चों ने फेल होने की बात बताई। दोनों छात्रों ने बताया कि वे दोनों मुम्बई हीरो बनने जा रहे थे जिसके लिए उन्होंने अपनी साईकल भी बेच दी थी। इस अपहरण की कहानी से पर्दा उठने के बाद अन्य छात्रों के परिजनों ने भी राहत की सांस ली है।