शराब माफिया पर शिकंजा, कार्रवाई से माफियाओं में मचा हड़कंप

अवैध शराब समेत दो तस्कर गिरफ्तार

गौतमबुद्ध नगर। अवैध रूप से शराब का कारोबार करने वाले शराब माफिया पर शिकंजा कसते हुए आबकारी विभाग लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रहा है। विभाग की लगातार चल रही कार्रवाई से माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। अवैध शराब बनाने, उसकी बिक्री व तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग ने विशेष अभियान चला रखा है, लेकिन उसके बाद भी चोरी-छिपे शराब माफिया तस्करी करने से बाज नही आ रहे है। हालांकि आबकारी विभाग शराब माफिया के कई सिंडिकेट को ध्वस्त कर चुका है। अगर बात की जाए जिले में शराब तस्करी की तो अवैध शराब के कारोबार को रोक पाने काफी हद तक आबकारी विभाग ने सफलता हासिल की है। जिला आबकारी अधिकारी ने इसको रोकने के लिए अफसरों को अपना मुखबिर तंत्र मजबूत करने की हिदायत दी है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया अवैध शराब के खिलाफ सभी आबकारी निरीक्षकों की टीम अपने-अपने क्षेत्र में चेकिंग एवं शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश दे रही है।

आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-6 नामवर सिंह ने पुलिस के साथ संयुक्त रूप से अभियान चलाकर घरभरा रोड कासना के पास से सोमवार रात को लाइसेंसी शराब की दुकान बंद होने के बाद चोरी छिपे शराब तस्करी कर रहे बबुआ उर्फ बाबू पुत्र यूनूस को 45 पव्वा कैटरीना ब्रांड और आफताब पुत्र समील्लाह को बस स्टैंड कासना से 45 पौवों कैटरीना ब्रांड यूपी मार्का के साथ गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से कुल 90 पव्वा बरामद किया गया। तस्करों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया। वहीं आबकारी निरीक्षक क्षेत्र- 5 चंद्रशेखर सिंह द्वारा अच्छर, क्यामपुर, सूरजपुर, मलकपुर स्थित देसी विदेशी एवं बियर अनुज्ञापनों का निरीक्षण किया गया।

विक्रेताओं को पॉस मशीन से विक्रय करने एवं ऑनलाइन माध्यम से पैसे लेने की हिदायत दी गई। अल्फा-2 क्षेत्र में स्थित रेस्टॉरेंट्स की चेकिंग की गई। वहीं मंगलवार को सिरसा टोल प्लाजा पर आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय की टीम द्वारा वाहनों की चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान किसी भी गाड़ी में अवैध शराब बरामद नहीं हुई। जिला आबकारी अधिकारी ने सभी आबकारी निरीक्षकों को स्पष्ट रुप से चेतावनी देते हुए कहा कि सभी आबकारी निरीक्षक लगातार क्षेत्र में चेकिंग और शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश देते रहें और शराब की दुकानों के आसपास की दुकानों पर भी अभियान चलाकर कार्रवाई करें। जिससे अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकें।

बता दें कि आबकारी विभाग ने शराब माफिया को जड़ से खत्म करने के लिए रणनीति तैयार कर ली है। जिसके तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है, इस कार्रवाई से अब माफिया भी डरे हुए है। क्योंकि आबकारी विभाग ने छोटे तस्कर से लेकर बड़े माफिया के कारोबार को ध्वस्त करते हुए सलाखों की पीछे भेजने की मुहिम चलाई हुई है। जहां शिकायत या सूचना मिलती है टीम बिना देरी किए मौके पर पहुंच जाती है। अभी तक जिले में शराब माफिया के मुखबिर तंत्र मजबूत हुआ करता था। मगर जिले में अब आबकारी विभाग के मुखबिर तंत्र मजबूत होते नजर आ रहे है।