गौतमबुद्ध नगर। जिले में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने अवैध शराब के कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी रेस्टोरेंट बार की आड़ में ग्राहकों को सस्ती शराब पिलाते थे और उनसे बिल महंगी शराब का वसूल करते थे। एक तरफ जहां वह आबकारी विभाग की छवि को धूमिल कर रहे थे तो वहीं दुसरी ओर वह ग्राहकों की जेब पर भी डाका डाल रहे थे। आबकारी विभाग की कार्रवाई से बचने के लिए आरोपी ने रेस्टोरेंट के अंदर बने किचन के पास तहखाना बनाया हुआ था। जहां पर वह सस्ती शराब को महंगी शराब की खाली बोतल में भरने का काम करते थे। अवैध शराब को लेकर जिला आबकारी अधिकारी की टीम लगातार चेकिंग एवं दबिश दे रही है। साथ ही नियमानुसार शराब बिक्री करने के लिए नियमों का पाठ पढ़ा रही है। मगर आबकारी विभाग की चेतावनी के बाद भी कुछ रेस्टोरेंट बार संचालक अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है। हाल ही में आबकारी विभाग की टीम ने कई रेस्टोरेंट पर कार्रवाई करते हुए चेतावनी दी थी कि बार, रेस्टोरेंट व होटल में अवैध शराब का कारोबार बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जाएगा। संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार रात को मुखबिर से सूचना मिली की गार्डन गैलेरिया मॉल के अंदर क्लिंक रेस्टोरेंट बार में अवैध शराब का कारोबार हो रहा है। जहां बार में आने वाले ग्राहकों को महंगी शराब के नाम पर सस्ती शराब परोसी जा रही है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आबकारी निरीक्षक रवि जायसवाल, चन्द्रशेखर सिंह, गौरव चन्द एवं डॉ. शिखा ठाकुर की टीम गठित की गई। गठित टीम ने संबंधित थाना पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए गार्डन गैलेरिया मॉल स्थित क्लिंक रेस्टोरेंट बार में दबिश दी। टीम को देख बार काउंटर पर खड़े दो व्यक्ति दूसरे गेट के रास्ते से मौके से फरार हो गए। टीम ने घेरकर बार काउंटर पर एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में जिसकी पहचान मोहम्मद नवाज पुत्र इस्लामुद्दीन निवासी ग्राम श्रीपोखर पश्चिम बंगाल के रूप में हुई। भागे हुए दोनों व्यक्तियों की पहचान सज्जाद व अख्तर निकले। रेस्टोरेंट की तलाशी लेने पर रेस्टोरेंट के किचन में ऊपर की तरफ तहखाना बनाया हुआ था। जिसमें महेश पुत्र बुढ़ाई निवासी बथुआ खास जिला रायबरेली, विदेशी मदिरा स्टर्लिंग रिजर्व बी-7 ब्रांड के बोतल को खोलकर महंगी अंग्रेजी शराब ब्लैक डॉग, टीचर्स हाइलैंड्स, 100 पाइपर की बोतलों में भर रहा था।
उन्होंने बताया तहखाने में तलाशी लेने पर एक पेटी में 9 बोतल स्टर्लिंग रिजर्व बी-7 ब्रांड की बोतल (750 एमएल) यूपी मार्का, 1 बोतल में आधी भरी हुई स्टर्लिंग रिजर्व बी-7 ब्राण्ड, 6 बोतल टीचर्स ब्रांड (750 एमएल) की भरी बोतल जिसका ढक्कन भी खुला हुआ पाया गया। 8 बोतल ब्लैक डॉग (750 एमएल) की भरी बोतल जिसका ढक्कन खुला, 3 बोतल 100 पाइपर ब्रांड (750 एमएल) की भरी बोतल जिसका ढक्कन खुला, 5 बोतल एब्सोल्यूट ब्रांड (750 एमएल) की भरी बोतल जिसका ढक्कन खुला व स्टर्लिंग रिजर्व बी-7 ब्रांड की 12 खाली बोतलें बरामद किया गया। निम्न श्रेणी की विदेशी मदिरा की 9 बोतलें एवं उच्च श्रेणी की विदेशी मदिरा की 22 बोतल इस प्रकार कुल मौके से 31 बोतलें बरामद किया गया। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया है।
मैनेजर की शह पर हो रहा था अवैध शराब का धंधा
जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि गार्डन गैलेरिया मॉल के अंदर क्लिंक रेस्टोरेंट बार मैनेजर सौरभ सिंह के कहने पर अवैध शराब का कारोबार हो रहा था। जहां पर स्टर्लिंग रिजर्व बी-7 ब्रांड व रॉयल स्टैग ब्राण्ड के सस्ते शराब को ब्लैक डॉग, टीचर्स हाइलैंड्स, 100 पाइपर, डिवर्स, इत्यादि ब्रांड के खाली प्रयोग की गई बोतलों में भरते थे। रेस्टोरेंट में आने वाले ग्राहकों को महंगी शराब के नाम पर उन्हें स्टर्लिंग रिजर्व बी-7 ब्रांड या फिर रॉयल स्टैग की शराब पिलाते थे। बार अनुज्ञापन को निलंबित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। उन्होंने सभी रेस्टोरेंट बार, होटल, फार्म हाउस मालिकों को चेतावनी दी कि बिना लाइसेंस के शराब परोसने की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इतना जान लें कि आबकारी विभाग ने लाइसेंस सिर्फ यूपी शराब की बिक्री के लिए दिया है, न कि बाहरी राज्यों की शराब बिक्री के लिए दिया है। अगर ग्राहकों से इस तरह फ्रॉड किया गया तो संबंधित को जेल भेजा जाएगा। बार, रेस्टोरेंट में आने वाले ग्राहकों को वहीं शराब दी जाए, जिसका वह भुगतान कर रहा है। साथ ही आबकारी निरीक्षकों को भी अभियान चलाकर औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। शराब की दुकानों के आसपास चाय, नमकीन की दुकानों का भी निरीक्षण किया जाए। जिससे अवैध शराब का कारोबार रोका जा सकें।