गौतमबुद्ध नगर। अवैध शराब बनाने और उनका कारोबार करने वालों के खिलाफ जिले में 25 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए डीएम द्वारा गठित आबकारी, पुलिस व राजस्व प्रशासन के अधिकारियों की टीमें लगातार दिल्ली बॉर्डर, हाईवे पर चेकिंग कर रही है। राजमार्गों पर स्थित ढाबों और टैंकरों की भी जांच की जा रही है। शराब की दुकानों पर भी नियमित चेकिंग हो रही है। अभियान के तहत राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गों के संदिग्ध ढाबों, आबकारी दुकानों, ईट भट्टा, बंद पड़ी फैक्टरियों, गोदामों, खंडहरों, कोल्ड स्टोर, आरओ वाटर प्लांट, पेंट एंड थिनर की दुकानों में जांच कर रही हैं। एनसीआर के दिल्ली, के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष चौकसी बरती जा रही है। बाहरी राज्यों में बस, कार एवं बड़े वाहनों से शराब की तस्करी करने वाले लोगों ने ट्रेंड बदल दिया है।
आबकारी विभाग ने शराब तस्करों से निपटने के लिए जांच एवं कार्रवाई का दायरा बढ़ा दिया है। ऐसे में तस्करों ने अवैध शराब बनाने का धंधा शुरू कर दिया है। अवैध शराब के तस्करों तक पहुंचने के लिए आबकारी विभाग ने नया तरीका खोजा। आबकारी निरीक्षकों की टीम मुख्य मार्गो के साथ बसों में जांच-पड़ताल कर रही है। दरअसल बस के जरिए भी अवैध शराब की तस्करी होने की आशंका है। अलबत्ता शराब तस्करी के इस रूट को बंद करने की कोशिश की जा रही है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने हाइवे के साथ ढाबा, तस्करों के ठिकानों के साथ बस में सफर करने वाले यात्रियों के सामानों की भी चेकिंग करने का निर्देश दिया है। जिला आबकारी अधिकारी ने आबकारी आयुक्त से निवेदन करके हेड क्वार्टर की टीमों को भी बुला लिया है। जिसमें जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव के साथ एक्साइज इंटेलिजेंस ब्यूरो (ईआईबी) सहायक आबकारी आयुक्त अरविंद सोनकर, विजय चौहान के साथ शराब तस्करों के साथ विशेष अभियान चलाया। आबकारी विभाग की टीम के साथ अब ईआईबी की टीमें शराब तस्करों को उनकी सही जगह पहुंचाने के लिए ताबड़तोड़ चेकिंग एवं शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश दे रही है। आबकारी विभाग की इस कार्रवाई से शराब माफिया में भी हड़कंप मचा हुआ है।
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया सोमवार को आबकारी विभाग की टीम द्वारा हरियाणा सीमा पर स्थित झुप्पा पुल के समीप वाहनों को रोक कर चेकिंग की गई। इसके अलावा शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश के साथ-साथ शराब की दुकानों के आसपास चाय, नमकीन की दुकानों पर चेकिंग किया गया। इसके अतिरिक्त ट्रांसपोर्ट संचालकों, उनके प्रतिनिधियों, फैक्ट्रियों में कार्यरत वर्करों व अन्य स्टाफ को इस बात के लिए भी निर्देशित किया कि अवैध शराब निर्माण से संबंधित कोई सूचना यदि किसी को प्राप्त होती है तो तत्काल आबकारी विभाग को सूचना उपलब्ध कराएं।
जिला आबकारी अधिकारी बताया जनपद में आबकारी विभाग लगातार पम्पलेट एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम से ग्रामीणों क्षेत्र में अवैध शराब के घातक नतीजों के विषय में जागरूकता अभियान चला रहा है। अवैध शराब से सचेत करने के लिए संदेश लिखे पोस्टर जनपद में जगह-जगह टीम द्वारा चस्पा किए जा रहे हैं। क्योंकि अवैध शराब में मिथाइल अल्कोहल की मिलावट हो सकती है। ऐसी शराब के प्रयोग से अंधेपन के साथ, आपकी जान भी जा सकती है। अवैध शराब के दुष्परिणाम के बारे में जनसाधारण को जागरूक करने के लिए लाउडस्पीकर से संदेश भी दिया जा रहा है। ताकि लोग जागरूक हो सकें। उन्होंने बताया शराब माफिया को मनमानी नहीं करने दी जाएगी।