मां के नकारा,परिवार ने दुत्कारा,न्याय के लिए दर-दर भटक रही शहीद की बेटी

सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर भारत माता के जिस सपूत ने मां भारती की रक्षा करते हुए कारगिल युद्ध में अपने प्राण गवां दिए,आज उसकी बेटी दर दर भटक रही है। बुलंदशहर निवासी शहीद देव नारायण यादव की बेटी न्याय की आस में एसएसपी कार्यालय पहुंची। पीड़ित बेटी का कहना है कि जब उसके पिता शहीद हुए थे तब उसकी उम्र महज़ 6 माह थी। सरकार ने तो उसके पिता की शहादत का पूरा सम्मान करते हुए सभी सरकारी सहायता दी। लेकिन बेटी की मां की नीयत बदलने में देर नहीं लगी।

पीड़िता ने आरोप लगाया कि सरकार ने पेट्रोल पम्प,जमीन,फ्लैट और पैसा दिया लेकिन उसकी मां अपने भाई के साथ सबका बंदरबांट करके उसे अकेला छोड़ कर चली गई और दूसरी शादी कर ली। पीड़िता का कहना है कि उसकी माँ ने पिता के निधन के बाद उसके शहीद पिता ने भाई से शादी कर ली। कुछ समय बाद उसकी मां तलाक देकर उसके मामा के साले के साथ चली गई, जो अब पीड़ित पर गंदी नीयत रखता है।

पीड़ित का कहना है कि अब उसकी मां कहाँ है उसे नहीं पता। पीड़ित बेटी का कहना है कि अब उसे न तो परिवार वाले रखने को तैयार हैं और न ही ननिहाल वाले। अब पीड़ित अकेली बेसहारा रहने को मजबूर है। पीड़ित बेटी ने अपनी जान को खतरा बताते हुए मां के साथ रहने की इच्छा जताई है। पीड़िता ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।