–अवैध शराब पर लगाम और राजस्व बढ़ाने को आबकारी विभाग की सख्त रणनीति
-ओवररेटिंग पर जीरो टॉलरेंस, नियम तोड़ने पर होगा लाइसेंस निरस्त
-करुणेन्द्र सिंह के नेतृत्व में आबकारी विभाग पूरी तरह मुस्तैद, विशेष चेकिंग अभियान जारी
लखनऊ। नववर्ष 2025 के स्वागत की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। राजधानी लखनऊ में जश्न की तैयारियां चरम पर हैं। युवा वर्ग से लेकर परिवारों तक हर कोई नए साल का स्वागत उमंग और उल्लास के साथ करने को तैयार है। होटल, बैंक्वेट हॉल, रेस्टोरेंट और बार नववर्ष की पार्टियों के लिए सजे हुए हैं। इसी बीच जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने, अवैध शराब पर रोक लगाने और राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से जिला आबकारी विभाग पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह के नेतृत्व में आबकारी विभाग ने नववर्ष को लेकर ठोस और दूरदर्शी रणनीति तैयार की है। शराब की बढ़ती मांग को देखते हुए विभाग द्वारा जिले की सभी लाइसेंसी शराब की दुकानों को 30 दिसंबर (मंगलवार) और 31 दिसंबर (बुधवार) को एक घंटे अतिरिक्त समय तक यानी रात 11 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है।

इस फैसले से जहां आम लोगों को सुविधा मिलेगी, वहीं अवैध शराब की बिक्री और तस्करी पर भी प्रभावी रोक लगेगी। आबकारी विभाग के इस निर्णय को शौकीनों और कारोबारियों दोनों के लिए राहत भरा माना जा रहा है। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि निर्धारित समय में वैध बिक्री बढऩे से अवैध शराब कारोबारियों की कमर टूटेगी और सरकार के राजस्व में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी। नववर्ष की पार्टी को लेकर जिले में ऑकेजनल लाइसेंस की मांग भी तेजी से बढ़ी है। अब तक करीब 35 ऑकेजनल लाइसेंस के आवेदन आबकारी विभाग को प्राप्त हो चुके हैं। विभाग को उम्मीद है कि आगामी दो दिनों में और भी आवेदन आएंगे। इसके अलावा जिले में 126 बार और रेस्टोरेंट ऐसे हैं, जिनके पास आबकारी विभाग का स्थायी लाइसेंस मौजूद है और वे नियमानुसार शराब परोसने के लिए अधिकृत हैं।

जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह की नीति और नेतृत्व का असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। उनके कार्यकाल में जहां जिले के राजस्व में निरंतर वृद्धि दर्ज की जा रही है, वहीं अवैध शराब के कारोबार पर भी प्रभावी अंकुश लगा है। उनकी कार्यशैली पारदर्शिता, अनुशासन और जनहित का संतुलित उदाहरण मानी जा रही है। नववर्ष जैसे बड़े आयोजनों के दौरान जिस प्रकार आबकारी विभाग ने पहले से तैयारी कर ली है, वह यह दर्शाता है कि जश्न और कानून एक साथ चल सकते हैं। करुणेन्द्र सिंह के नेतृत्व में जिला आबकारी विभाग यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि नववर्ष का उत्सव खुशहाल, सुरक्षित और नियमों के दायरे में संपन्न हो। जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह ने साफ शब्दों में निर्देश दिए हैं कि नववर्ष के अवसर पर ओवर रेटिंग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी क्रम में सोमवार को आबकारी निरीक्षक राहुल सिंह, अखिल कुमार गुप्ता, कौशलेंद्र, मोनिका यादव और विजय राठी की टीमों ने अपने-अपने क्षेत्रों में लाइसेंसी शराब की दुकानों, बार और रेस्टोरेंट का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विक्रेताओं को सख्त चेतावनी दी गई कि शराब की बिक्री निर्धारित दरों पर ही हो और किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर लाइसेंस निरस्तीकरण तक की कार्रवाई की जाएगी।

दुकानों में सभी रजिस्टर्ड ब्रांड्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए, ताकि ग्राहकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। करुणेन्द्र सिंह की कार्यशैली का एक अहम पक्ष यह है कि वे केवल कानून लागू करने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि व्यवस्था और सेवा गुणवत्ता पर भी बराबर ध्यान देते हैं। निरीक्षण के दौरान दुकानदारों को निर्देशित किया गया कि ग्राहकों से शालीन और मर्यादित व्यवहार किया जाए, दुकानों में साफ-सफाई बनी रहे और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। आबकारी विभाग ने होटल, बैंक्वेट हॉल, बार और रेस्टोरेंट संचालकों को स्पष्ट रूप से चेताया है कि बिना ऑकेजनल लाइसेंस शराब पार्टी आयोजित करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और नववर्ष के दौरान विशेष चेकिंग अभियान भी चलाया जाएगा।
