सुरेन्द्र भाटी@ बुलन्दशहर : बुलन्दशहर। कोरोना वैश्विक महामारी और लॉकडाउन की कठिन परिस्थितियों के दौरान जहाँ लोग अपने परिचितों और रिश्तेदारों के निधन व अन्तिम संस्कार में भी जाने से कतरा रहे हैं, ऐसे में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति की मौत हो जाने पर उसके लावारिस शव का विधिवत अन्तिम संस्कार करके बुलन्दशहर की सामाजिक संस्था राष्ट्र चेतना मिशन के युवा कार्यकर्ताओं ने मानवता की अदभुत मिसाल पेश की है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व बुलन्दशहर जिले के सिकंद्राबाद थाना क्षेत्र में सड़क के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गयी। सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने जब स्थानीय लोगों से जानकारी की तो पता चला कि उक्त व्यक्ति पूर्ण रूप से मानसिक रूप से विक्षिप्त था और सड़क पर यहां-वहां घूमता रहता था। पुलिस से उसके परिजनों का पता लगाने की भी कोशिश की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पायी, जिसके बाद पुलिस ने उक्त शव को पोस्टमार्टम करवाकर बुलंदशहर में शिकारपुर तिराहे के निकट मोर्चरी में रखवा दिया।
पोस्टमार्टम के 72 घंटे बाद भी उक्त व्यक्ति की शिनाख़्त नहीं हो पाने पर नई सिकंद्राबाद पुलिस ने उसके अन्तिम संस्कार के लिए बुलन्दशहर की सामाजिक संस्था “राष्ट्र चेतना मिशन” के अध्यक्ष हेमन्त सिंह से सम्पर्क किया, जिसके उपरांत आज बुधवार को हेमन्त सिंह के साथ संस्था के कार्यकर्ताओं ने भूतेश्वर शमशान घाट पर पहुँचकर अंतिम संस्कार की समस्त सामग्री की व्यवस्था कर पुलिस की मौजूदगी में शारीरिक दूरी का पूर्ण पालन और अपनी भी सुरक्षा सुनिश्चित कर विधिवत अन्तिम संस्कार कराया।इस दौरान सिकंद्राबाद पुलिस के कांस्टेबल सुदेश कुमार के साथ राष्ट्र चेतना मिशन के अध्यक्ष हेमन्त सिंह, सचिव सवदेश चौधरी, विशाल गिरी, विकास सिंह, रवि पाल, सचिन चौधरी, रजत चौधरी, तनिष कुमार आदि सम्मिलित रहे।
लॉक डाउन के दौरान प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद इस पुण्य कार्य के लिए तत्काल तत्पर होने के लिए पुलिस तथा शहर के विभिन्न गणमान्य लोगों ने संस्था के लोगों के सेवा भाव की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया है।