विनोद पांडेय @ गाजियाबाद। जिले में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने में प्रशासन को काफी हद तक कामयाबी मिली है। जिले में मार्च माह में कोरोना वायरस की दस्तक के साथ ही प्रशासन ने पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए व्यक्तियों की तलाश कर जांच कराई। इसके बाद सभी संपर्कितों को क्वारंटाइन में रखा गया और पॉजिटिव आने पर उन्हें अस्पतालों में आइसोलेट कराया गया।
पॉजिटिव के संपर्क में आया व्यक्ति अन्य लोगों में संक्रमण न फैला सके, इसके लिए प्रशासन ने टीमें बनाकर जांच शुरू की। इसमें प्रशासन को कामयाबी भी मिली। इसका ही नतीजा रहा है कि संपर्क में आए व्यक्ति अन्य लोगों में संक्रमण नहीं फैला सके और प्रशासन ने कोरोना वायरस पर किसी हद तक काबू पा लिया। मार्च से अब तक जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए 48352 व्यक्तियों की तलाश कर उनकी जांच कराई जा चुकी है।
जिलाधिकारी का दावा है कि गाजियाबाद कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्कितों को खंगालने में मेरठ मंडल के सभी जिलों में अव्वल है। कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए लोगों को तलाशने के लिए प्रशासन ने अप्रैल माह में ही सर्विलांस टीमों का गठन कर दिया था।
इन टीमों को जिम्मेदारी दी गई थी कि वह कोरोना लक्षणयुक्त व्यक्तियों को तलाशने के साथ उनके संपर्क में आए व्यक्तियों को तलाशेंगे। इस काम में प्रशासन ने जिले भर के बीएलओ व सुपरवाइजरों की ड्यूटी भी लगाई थी। इनकी जिम्मेदारी थी कि वह वोटिग लिस्टों की तर्ज पर घर-घर जाकर संपर्कितों व लक्षणयुक्त व्यक्तियों की तलाश कर जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि कोरोना वायरस पर हद तक नियंत्रण पा लिया गया है। शुरू में ही योजना बना ली गई थी कि कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए अधिक से अधिक व्यक्तियों को तलाश कर उनकी जांच कराई जाए। यह व्यक्ति अन्य अन्य के संपर्क में आते तो पॉजिटिव मरीजों की संख्या काफी बढ़ सकती थी।