प्रमोद शर्मा @ नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर की दीवारों पर आपत्तिजनक, जातिवादी टिप्पणियां लिखी जाने के एक दिन बाद अब एक नया स्लोगन लिखा पाया गया है। जेएनयू छात्र संघ द्वारा कैंपस की दीवारों पर लगे आपत्तिजनक और ब्राह्मण विरोधी नारों की निंदा करने के एक दिन बाद आया है और कहा है कि जेएनयू प्रशासन इस मामले को देख रहा है। नए स्लोगन में कम्युनिस्ट विरोधी टिप्पणी लिखी गई है और इसे आईएस (इस्लामिक स्टेट) के साथ जोड़ा गया है।
अब हम उनसे भारत छुड़वाएंगे
कम्युनिस्टों के खिलाफ नारे लिखने के बाद हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने कहा कि हम केवल सनातनी हिंदू हैं। उन लोगों ने हमें कहा कि भारत छोड़ो… अब हम इनसे भारत छुड़वाएंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके जैसे रास्ते अपनाना सही है? इस पर पिंकी ने कहा कि वे नारे लिखने के बाद छिप गए हैं और हम लोग लिखने के बाद सामने खड़े हैं। अड़कर खड़े हैं, डटकर खड़े हैं। जिसकी हिम्मत है, वो हमारे पास आएं और बात करें। हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि नारे किसने लिखे थे।
ये गतिविधियां देशविरोधी है: हिंदू रक्षा दल
जब हिंदू रक्षा दल से पूछा गया कि ये नारे किसने लिखे हैं? इसके जवाब में उन्होंने बताया कि नारे लेफ्ट के इशारे पर लिखे गए हैं। इनके हाथी जैसे दांत हैं, खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और। ये गतिविधियां देशविरोधी हैं, भारत विरोधी गतिविधियां करने वाले लोग भारत छोड़ें। देशहित में सबसे बड़ा ऋण ब्राह्मणों का है। आज केवल लोगों को जातियों में बांटने का काम किया जा रहा है। ऐसी विवादित बातें लिखने वाले ये सोच लें कि हर हिंदू ज्ञानी है और हर हिंदू ब्राह्मण है।