इनकमिंग लाइन और फीडर में ब्लास्ट, पांच घंटे बिजली गुल

देर रात तक जुटे रहे अधिकारी-कर्मचारी,

प्रमोद शर्मा@ गाजियाबाद। मोहन नगर सब-स्टेशन की इनकमिंग लाइन और फीडर में दो बार ब्लास्ट होने से गुरूवार रात पार्श्वनाथ पैराडाइज, अर्थला और औद्योगिक क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। इससे तीनों इलाकों के लोगों को करीब पांच घंटे अंधेरे में गर्मी को झेलना पड़ा। बिजली कटौती से परेशान तमाम लोगों ने उपकेंद्र में अधिकारियों को शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद अधिकारियों ने फाल्ट ढूंढकर मरम्मत का काम चालू कर दिया। रात करीब एक बजे लोगों को बिजली आपूर्ति होने के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली। मोहन नगर की पार्श्वनाथ पैराडाइज सोसायटी में रहने वाले राजीव ने बताया कि रात करीब पौने आठ बजे अचानक बिजली चली गई। जबकि मौसम में भी काफी तपन होने से हवा भी नहीं चल रही थी। लिहाजा लोगों को मजबूरी में इन्वर्टर-बैटरी से एक पंखा चलाकर गुजारा करना पड़ा। धीरेंद्र कुमार का कहना है कि गर्मी में बिजली कटौती होने से बच्चों और महिलाओं का बुरा हाल हो गया। कई बार उपकेंद्र के हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर कटौती का कारण पता करने का प्रयास किया। लेकिन फोन न मिलने से किसी को कारण नहीं पता चल रहा था। इसको लेकर लोगों ने अधिकारियों ने फोन मिलाए। तब जाकर अधिकारियों ने फाल्ट होने की जानकारी दी। विद्युत उपकेंद्र के अधिकारी रामयश कुमार ने बताया कि उपकेंद्र के ट्रांसफार्मर में आने वाली इनकमिंग लाइन में अचानक ब्लास्ट हो गया। इसके कुछ सेकंड बाद दूसरे फीडर में ब्लास्ट हो गया। इससे कुछ इलाकों की बिजली सप्लाई ठप हो गई। आनन फानन में टेक्नीकल टीम को सूचित कर सब-स्टेशन में बुलाया गया। टीम के पहुंचते ही तेजी से फाल्ट को ठीक करने का काम शुरू कर दिया गया। करीब साढ़े चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फॉल्ट को ठीक किया गया। इसके बाद लाइन को चेक करने के बाद रात एक बजे तीनों इलाकों के फीडरों को चालू कर आपूर्ति दी गई। लोगों का आरोप है कि पांच घंटे बिजली ना आने से तमाम घरों के इन्वर्टर-बैटरी भी बंद हो गए। इससे उन सभी को मजबूरी में गर्मी में ही रहना पड़ा। कुछ लोग तो देर रात तक घर के बाहर बैठकर बिजली आने का इंतजार करते रहे। उपकेंद्र के एसडीओ प्रभात कुमार ने बताया कि टेक्नीकल फाल्ट आने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। लेकिन तेजी से काम पूरा कर लोगों को रात में बिजली आपूर्ति कर दी गई थी। कुछ घंटे के लिए उपभोक्ताओं को असुविधा हुई थी।