शिक्षक भर्ती, पशुपालन घोटाले के विरोध में कांग्रेसियों ने खोला मोर्चा

-उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से घोटाले की जांच कराने की मांग

प्रमोद शर्मागाजियाबाद। 69000 शिक्षक भर्ती घोटाले और पशुपालन विभाग में हुए घोटाले की जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायधीश से कराने की मांग को लेकर सोमवार को जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ल को सौंपा। जिलाध्यक्ष बिजेन्द्र यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगातार घोटालों की जानकारियां सामने आ रही हैं। युवाओं में लगातार बढ़ रही बेरोजगारी के बाद भी शिक्षक भर्ती के 69 हजार पद घोटाले की भेंट चढ़ गए। उन्होंने कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाले के साथ ही पशुपालन विभाग में भी व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ। भाजपा नेताओं और मंत्रियों के प्रतिनिधियों के नाम घोटाले में आ रहे हैं। कांग्रेसियों ने मांग की है कि यूपी में हुए दोनों घोटालों की जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्याधीश से कराई जाए ताकि सच्चाई प्रदेश की जनता के सामने आ सके। महानगर अध्यक्ष मनोज कौशिक ने बताया कि भ्रष्टाचार में अनेक भाजपा नेताओं का नाम सामने आया है, मंत्रियों के प्रतिनिधियों के नाम घोटालों में उजागर हुये है। भाजपा सरकार बड़े नेताओं और सम्बंधित अधिकारियों को बचाने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार ने अनेक भर्तियों को लटका रखा है। यह सरकार अनेक मोर्चो पर विफल है। इस दौरान नसीब पठान,मोहम्मद जाकिर अली सैफी, वीर सिंह चौधरी, नरेन्द्र राठी, अमोल वशिष्ठ, त्रिलोक सिंह, श्रीचंद दिवाकर, ममता त्यागी, सुनीता चौधरी, सलीम सैफी, विनोद शर्मा, अमन ठाकुर, बाबूराम शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, अहसान सिद्दकी, मनोज शर्मा, बलराज सिंह, खेमचंद नागर आदि मौजूद रहे।