प्रमोद शर्मा@ गाजियाबाद। ड्यटी टाइम में वर्दी से दूरी बनाए रखना पुलिस कर्मियों का शगल बन गया है। अधिकांश पुलिसकर्मी आंख पर चश्मा, जींस पैंट और टीशर्ट पहनकर पब्लिक प्लेस पर हीरोपंती करते नजर आ रहे हैं। इससे पब्लिक असमंजस में पड़ जाती है। कई बार तो इन पुलिसकर्मियों को भी बिना वर्दी हीरोपंती का खामियाजा उठाना पड़ता है। लेकिन अब पुलिसकर्मियों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पुलिसकर्मियों को पॉपर वर्दी में रहने का सख्त फरमान जारी किया है। नाफरमानी पर वर्दी उतरने का भी जोखिम उठाना पड़ेगा। एसएसपी ने सख्त आदेश दिया है कि सभी पुलिसकर्मी ड्यूटी आवर्स में वर्दी में ही नजर आएं। यही नहीं घर से वर्दी पहन कर आएं और लौटकर वहीं वर्दी उतारें। ऐसा देखने में आ रहा है कि कई पुलिसकर्मी कार्यालय में ही वर्दी बदलते हैं, जो आगे नहीं होना चाहिए। आदेश की नाफरमानी करते दो बार पकड़े जाने पर निलंबन की गाज गिरेगी। एसएसपी ने महिला कांस्टेबल्स को भी ड्यूटी के दौरान वर्दी में रहने का निर्देश दिया है। ऐसा न करने पर कप्तान के कोप का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी महिला सिपाहियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि बिना वर्दी कोई भी पुलिसकर्मी सरकारी वाहन का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा। इस सख्ती की बड़ी वजह है। क्योंकि पब्लिक प्लेस पर जब पुलिसकर्मी वर्दी में होता है तो जनता के अंदर बदमाशों का खौफ कम होता है। पुलिस को देख बदमाश में अपने इरादे बदल देते हैं। जबकि सिविल में ड्रेस में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी जनता के साथ खुद के लिए भी परेशानी मोल ले लेते हैं। बिना वर्दी जनता पर रौब गांठने पर पब्लिक जान ही नहीं पाती कि यह पुलिस है और पुलिसकर्मियों के सामने विपरीत स्थिति खड़ी हो जाती है। अगर किसी विशेष ड्यूटी/कानून व्यवस्था के लिए सादे वस्त्रों में ड्यूटी की जरूरत हो तो संबधित थाना प्रभारी अपने अपर पुलिस अधीक्षक को सूचित करेगा एवं वह सिर्फ उसी दिन के लिए मान्य होगा। अगर कोई पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान सादे वस्त्रों में पाया जाता है तो संबधित थाना प्रभारी एवं उक्त पुलिसकर्मी को 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टी करण देना होगा। यदि कोई पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान सादी वर्दी में पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी संबधित थाना प्रभारी की होगी। बता दें कि अधिकारी से लेकर सिपाही तक को ड्यूटी के दौरान तय वर्दी रहना होता है। थाना में कभी भी कोई भी वरिष्ठ अधिकारी निरीक्षण कर सकता है उस समय पुलिस कर्मियों के वर्दी में न होने, अधूरी वर्दी या गलत तरीके से वर्दी पहनने पर सजा का प्रावधान है। पुलिसकर्मियों के वर्दी में रहने पर बदमाशों और अपराधियों में भय रहता है। इसके लिए सभी पुलस कर्मियों को डयूटी के दौरान वर्दी में रहने का सख्त निर्देश दिया गया है। निर्देश का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
Related Posts
178 नए संक्रमित मरीज, 88 हुए डिस्चार्ज
विनोद पांडेय @ गाजियाबाद। कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रकोप फिलहाल कम नहीं हो रहा है। ऐसे में विदेश यात्रा…
गाजियाबाद: कमरे से आ रही थी बदबू, दरवाजा खुला तो सन्न रह गए लोग
यूपी में गाजियाबाद के थाना खोड़ा इलाके में एक घर से महिला का शव बरामद हुआ है. महिला का पति…
कोरोना संक्रमित घटने लगी संख्या-बाजारों में रहा सन्नाटा
-एडीजी वीके सिंह ने की बैठक,संक्रमण रोकने को उठाए सख्त कदम-जिले में 2583 हो चुके डिस्चार्ज,1332 मरीजों का चल रहा…