खुले धार्मिक स्थल, दर्शनों के लिए पहुंचे भक्त


मंदिरों में पहले दिन कम ही रही श्रद्धालुओं की संख्या
सोशल डिस्टेंस, मास्क व सैनेटाइजर का कराया गया पालन
दीपक वर्मा@ शामली। करीब 70 दिनों बाद सोमवार को जिलेभर के धार्मिक स्थलों के खुल जाने से श्रद्धालुओं में खुशी की लहर दौड गयी। सुबह के समय मंदिरों में श्रद्धालु अपने भगवान ईष्टदेव के दर्शनों के लिए पहुंच गए। हालांकि पहले दिन में श्रद्धालुओं की संख्या बेहद कम रही। इस दौरान सभी मंदिरों मंे सोशल डिस्टेंस का कडाई से पालन कराया गया वहीं पांच से अधिक भक्तों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी। मंदिर खोलने से पूर्व सैनेटाइजर का छिडकाव भी कराया गया। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए मंदिरों में गोल घेरे भी बनाए थे जिनमें श्रद्धालुओं को खड़ा किया गया था।जानकारी के अनुसार जिले में कोरोना संक्रमण के चलते लाॅक डाउन घोषित कर दिया गया था। सरकार के निर्देश पर जिलेभर के धार्मिक स्थलों को भी पूरी तरह बंद कर दिया गया था। मंदिरों में किसी भी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं थी जिस कारण लोगों को घरों पर ही भगवान की पूजा अर्चना करनी पड रही थी। मंदिरों में किसी भी तरह के मांगलिक कार्यक्रमों, पूजा आदि पर भी प्रतिबंध लगा हुआ था। करीब 70 दिनों से लोग भगवान के दर्शनांे के लिए भी तरस गए थे। पिछले दिनों शासन की तरफ से जारी की गयी गाइडलाइन में 8 जून से सभी धार्मिक स्थलांे को खोलने की अनुमति दे दी गयी थी जिसके बाद श्रद्धालुओं में खुशी की लहर दौड गयी थी। रविवार को जिलेभर के मंदिरों को खोलने की तैयारी शुरू कर दी गयी थी। शहर के मंदिर हनुमान टीला हनुमान धाम सहित सभी प्रमुख मंदिरों में साफ सफाई व सैनेटाइजर का कार्य शुरू कर दिया गया था। करीब 70 दिनों बाद सोमवार की सुबह जैसे ही मंदिर खुले, श्रद्धालु अपने भगवान ईष्टदेव के दर्शनों के लिए पहुंचना शुरू हो गए।

हालांकि भक्तों की संख्या ज्यादा नहीं रही और कम ही लोग मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पहुंचे। शहर के मंदिर हनुमान टीला हनुमान धाम, सिद्धपीठ मंदिर गुलजारी वाला, भाकूवाला मंदिर, सदाशिव मंदिर रेलपार, सतीवाला मंदिर, श्री सत्यनारायण मंदिर रेलवे रोड, वैष्णो देवी मंदिर, रघुनाथ मंदिर पंजाबी कालोनी, शिवमूर्ति सुभाष चैंक, शिवमूर्ति गांधी सहित सभी मंदिरांे में बेहद कम संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर भगवान की पूजा अर्चना की। इस दौरान पांच से अधिक भक्तों को एक साथ प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी, वहीं मंदिरों के मुख्य द्वार पर सैनेटाइजर की व्यवस्था की गयी। सोशल डिस्टेंस का भी कडाई से पालन कराया गया। शारीरिक दूरी बनाने के लिए गोल घेरे भी बनाए गए थे। किसी भी श्रद्धालु को भगवान की प्रतिमा, खंबों व दीवारों को छूने की भी अनुमति नहीं थी। प्रसाद की भी कोई व्यवस्था नहीं की गयी थी। श्रद्धालुओं को ज्यादा देर तक मंदिर में रुकने नहीं दिया गया। वहीं सुबह मंदिर खोलने से पूर्व सैनेटाइजर का छिडकाव भी कराया गया। दूसरी ओर वार्ड 25 स्थित मंदिरांे में भी सभासद पति रोबिन गर्ग द्वारा सैनेटाइजर का छिडकाव कराया गया। इस अवसर पर कुटी मंदिर, देवी मंदिर सब्जी मंडी अट्ठे वाला, पुरानी शिवमूर्ति गंगा मंदिर, श्री सत्यनारायण शिव मंदिर हलवाई अट्टा शिव मंदिर हलवाई अट्टा, देवी मंदिर श्रवण रंग रोगन वाली गली, राधा कृष्ण मंदिर मुरारी वाला कुआं शिव मंदिर आदि में साफ सफाई तथा सैनेटाइज की व्यवस्था भी करायी गयी तथा मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क पहनने, सैनेटाइजर से हाथ साफ करने, एक जगह एकत्र न होने तथा पांच से अधिक श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश न करने की भी अपील की गयी।

महामारी से निजात की प्रार्थना
आज करीब 70 दिनों बाद मंदिर गया तथा भगवान के दर्शन किए। मैंने भगवान से देश में आए इस संकट से जल्द निजात दिलाने की प्रार्थना की। लाॅक डाउन से पहले वे प्रतिदिन सुबह 5 बजे मंदिर में भगवान की पूजा अर्चना के लिए जाते थे लेकिन लाॅक डाउन के चलते मंदिरों को बंद कर दिया गया था, उन्हें घर पर ही भगवान की आराधना करनी पड रही थी। आज मंदिर खुला तो मन को बहुत शांति मिली।
-राघव श्रद्धालु

भगवान के दर्शन से मिला सुकून
मंदिरों के बंद होने के कारण उन्हें घर पर ही पूजा अर्चना करनी पड रही थी लेकिन भगवान के दर्शन न होने से उनका मन बेहद व्यथित हो रहा था। दो माह से अधिक समय के बाद सोमवार को मंदिर खुले तो उन्होंने सबसे पहले मंदिर पहुंचकर अपने भगवान के दर्शन किए, मन को काफी सुकून मिला। पूजा अर्चना करने के दौरान उन्हांेने भगवान से देश पर आए कोरोना रूपी संकट को जल्द खत्म करने की प्रार्थना की ताकि सभी लोग स्वस्थ रहें।
-कमला, श्रद्धालु

भगवान शिव से की प्रार्थना
सुबह पांच बजे वे अपनी पत्नी के साथ मंदिर पहुंचे तथा भगवान के दर्शन कर परिवार की सुख समृद्धि व देश में आए इस संकट को जल्द से जल्द खत्म करने की प्रार्थना की। मंदिर में सभी नियमों का पालन किया, मास्क लगाकर मंदिर पहुंचे। पिछले दो माह से अधिक समय से उन्हें घर पर ही पूजा अर्चना करनी पड रही थी लेकिन जो आनंद मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन करने में है वह घर में नहीं मिल सकता। वे भगवान शिव के भक्त हैं और वे भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि देश को इस संकट से जल्द निजात मिले।
-सुखबीर सिंह, श्रद्धालु

मंदिरों में नियमों का हुआ पालन
सोमवार से मंदिर के खुल जाने से उन्हें काफी खुशी हुई। मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन किए। इसके बाद श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया। मंदिर में पांच से अधिक भक्तों को एक साथ आने की अनुमति नही दी गयी, वहीं सोशल डिस्टेंस का भी पूरा पालन कराया गया। मंदिर में सैनेटाइजर की भी व्यवस्था की गयी थी। श्रद्धालुओं को मास्क का प्रयोग करने व एक जगह एकत्रित न होने की अपील की गयी। हम सबको मिलकर ही इस कोरोना महामारी के खिलाफ लडाई लडनी होगी ताकि कोरोना हारेगा और देश जीतेगा।
-सुरेश कपटियाल, पुजारी, मंदिर भाकूवाला

मंदिर में कम ही आए श्रद्धालु
सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सोमवार से मंदिरांे को खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी थी। रविवार को ही पूरे मंदिर प्रांगण में सैनेटाइजर का छिडकाव कराया गया था। सोमवार को मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से नियमों का पालन करने की अपील की गयी, हालांकि श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा नहीं थी लेकिन जितने भी श्रद्धालु आए थे उन सबसे मास्क लगाने, शारीरिक दूरी बनाने, भगवान की प्रतिमा सहित किसी अन्य चीज को न छूने, एक जगह एकत्र न होने की अपील भी की गयी। मंदिर के मुख्य द्वार पर ही हाथ साफ करने के लिए सैनेटाइजर की व्यवस्था की गयी है।
-सलिल द्विवेदी, अध्यक्ष मंदिर हनुमान टीला हनुमान धाम