गरीबों के पानी पर अमीरों का डाका

  • सरकारी हैडपंप बुझा रहे दबंगों की प्यास, गरीबों का सूख रहा हलक
  • खेड़की गांव में जगह जगह नजर आ रहे जिम्मेदारों की नाकारी के सबूत

दीपक वर्मा@शामली। सरकार भले ही गरीबों तक दानाकृपानी पहुंचाने का दावा करती है, लेकिन सरकारी आदेशों का पालन कराने वाले जिम्मेदारों की उदासीनता सरकार के सब किए कराए पर पानी फेरती नजर आ रही है। तभी तो गरीबो के हिस्से का पानी भी दबंग अमीर डकार रहे हैं। कुछ ऐसा ही मंजर गढ़ीपुख्ता थाना क्षेत्र के गांव खेडकी में आम नजर आते हैं, जहां पर गरीब सरकारी संसाधनों पर कब्जा कर अपनी प्यास बुझा रहे हैं, वहीं गरीब बेबसी के चलते पानी की तलाश में दर दर भटकने के लिए मजबूर हैं।
जानकारी के अनुसार गढीपुख्ता क्षेत्र के गांव खेडकी में रहने वाले गरीब तबके के लोगों का आरोप है कि गांव के ही करीब 70 प्रतिशत दबंग लोग सरकारी हैंडपंपों पर अपना कब्जा कर उसमें सबमर्सिबल डालते हुए पानी को अपने घरों तक पहुंचा रहे हैं। आरोप है कि गली मोहल्लों में स्थित हैडपंपों को अपने घरों में मिलाने के लिए कई लोगों ने तो दीवार भी खड़ी कर रखी है, ताकि कोई अन्य पानी का इस्तेमाल न कर सके। आरोप तो यह भी है कि खुद ग्राम प्रधान ने भी हैंडपंप में सबमर्सिबल डालकर वहां अहाता बना दिया है, ताकि परिवार के अलावा कोई अन्य पानी का इस्तेमाल न कर सके। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार घर-घर पानी पहुंचाए जाने के लिए करोडों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन गांव में सरकार की इन मंशाओं को पानी फेरा जा रहा गांव में जगह-जगह ‘जल है जीवन की चाबी, इसे न खोना कभी’ से संबंधित स्लोगन भी लिखवाए गए हैं लेकिन यह सिर्फ दीवारों तक ही सीमित होकर रह गए हैं। हैंडपंपों पर सबमर्सिबल लगा देने से गरीब तबके के लोगों को पानी के लिए तरसना पड रहा है।

गरीब आबादी के सामने खडी हुई विकराल समस्या
खेडकी में दबंगों द्वारा सरकारी हैंडपंपों का पानी दबंगों द्वारा हडपने के बाद अन्य ग्रामीणों को पानी के लिए यहां वहां भटकना पड रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके पास इतना पैसा नहीं है कि वें प्राइवेट हैंडपंप या समरसेबिल लगवा सकें, वे सरकारी हैंडपंप से पानी भरकर ही काम चला रहे थे, लेकिन उन हैंडपंपों पर भी कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। इसके चलते उन्हें काफी दूर से घर व अपने पशुओं के लिए पानी लाना पड रहा है। ग्रामीणों ने अधिकारियों से इस मामले में जांच कराकर कार्रवाई की मांग भी की है।

इन्होंने कहा…
सरकारी हैंडपंपों पर कब्जा कर उसमें समरसेबिल डालने का मामला गंभीर है, अधिकारियों को मौके पर भेजकर इस मामले की जांच कराई जाएगी, यदि ऐसा मिला तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-मणि अरोड़ा, एसडीएम ऊन